रेवाडी: न तो नाम सही, न लोकेशन, न ही एरिया.. ये कैसे की सर्वे। नगर परिषद में पार्षदों ने परिषद प्रांगण में आपात बैठक बुलाकर शहर में प्रॉपर्टी सर्वेक्षण कार्य करने वाली याशी कंपनी के एक कर्मचारी पर सर्वे ठीक से नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पार्षदों के साथ सही से व्यवहार नहीं करने, अपना कार्य में पारदर्शिता नहीं बरतने की बात कहते हुए इस मामले में अपना शिकायत पत्र मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता, उक्त विभाग के निदेशक, जिला नगर आयुक्त और कार्यकारी अधिकारी नप रेवाड़ी को भेजा है।
पार्षदों की बैठक में नप चेयरपर्सन पूनम यादव के पति बलजीत यादव भी शामिल हुए। इस मौके पर पार्षदों ने उनके सामने उक्त कंपनी के एक कर्मचारी की ओर से जनता के काम नहीं करने और पार्षदों के साथ सही से व्यवहार नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कर्मचारी जनता से उनके काम की एवज में पैसे लेता है। पार्षदों ने कहा कि सर्वे कंपनी का 70 से 80 प्रतिशत कार्य सही नहीं, जिसके लिए जनता उनको बार – बार शिकायत कर रही है लेकिन जब पार्षद इस कर्मचारी को कुछ कहते हैं तो वह उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता। इस बैठक में नगर पार्षद रेखा देवी, दलीप माटा, गिरीश भारद्वाज, सुरेश कुमार, चंदन यादव, संगीतलता, मनीष गुप्ता, भूपेंद्र गुप्ता, बबीता, सुमन, नीरज, राजबाला राव, मोनिका, लोकेश एडवोकेट, प्रवीन कुमार आदि शामिल हुए।
इन सभी ने अपने हस्ताक्षर एवं मुहर लगे शिकायत पत्र को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह जनहित से जुड़ा बेहद गंभीर मामला है जोकि मुख्यमंत्री महोदय और सरकार के संज्ञान में लाया जाना बेहद जरूरी है। पार्षद चंदन यादव ने कहा कि जनता ने हमें चुनकर भेजा है और जनता का काम करना सर्वे कंपनी का काम है। कर्मचारियों को जनता के प्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार करने का कोई हक नहीं। पार्षद राजेंद्र सिंघल ने कहा कि सरकार का काम करने के लिए जिस भी व्यक्ति की जिम्मेदारी लगाई जाती है वह जिम्मेदार होता है और जनता के प्रति नगर पार्षद विकास कराने की अपनी जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। याशी कंपनी के कर्मचारी ने पार्षदों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है इसलिए पार्षदों ने यह बैठक बुलाई। प्रॉपर्टी सर्वे के काम में गलतियां होने की वजह से लोग पार्षदों को शिकायत कर रहे हैं और उनको दूर कराने के लिए जब पार्षद कंपनी के कर्मचारी से कहते हैं तो वह पार्षदों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहा।
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पार्षद प्रवीन कुमार ने कहा कि कंपनी कर्मचारी सरकार के विकास कराने की नीति में सहभागी बने और उसे आगे बढ़ाए। नगर पार्षदों को सहयोग देना उनकी जिम्मेदारी है। नगर पार्षद मनीष गुप्ता ने कहा कि पार्षद रेखा की ओर से याशी कंपनी की कार्यशैली और कर्मचारी के व्यवहार पर एतराज दर्ज कराया गया है जिसकी वजह से यह बैठक बुलाई गई। सभी पार्षद इस मामले पर एकमत हैं और उन्होंने कंपनी के सर्वे कार्य पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए मुख्यमंत्री को भेजे पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। पार्षद गिरीश भारद्वाज ने कहा कि शहर में प्रॉपर्टी सर्वेक्षण कार्य में गड़बड़ियों की शिकायत काफी लोगों ने की है।
पार्षद रेखा की ओर से उनके पति सज्जन पहलवान ने कहा कि हमें जनता ने उनके काम कराने की अहम जिम्मेदारी सौंपी है और उसमें सर्वे कंपनी के कर्मचारी बाधा डाल रहे हैं। जनता के कामों को सही ढंग से पूरा करना और उस काम में निष्पक्षता बरतना उनकी जिम्मेदारी है। उधर पार्षद लोकेश राव ने कहा कि प्रॉपर्टी सर्वे कार्य पूरे शहर में हुआ है। प्रॉपर्टी आईडी के काम पर लोगों ने अंगुली उठाई है तो निश्चित तौर पर कंपनी को अपनी कार्यशैली की पड़ताल करनी चाहिए।
बता दें कि मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित इस अहम पत्र में कंपनी कर्मचारी पर जनता के कार्य करने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ कार्रवाई और प्रॉपर्टी सर्वे कार्य किसी अन्य से कराने की गुहार भी लगाई गई है।