हरियाणा के झज्जर जिले के एथलीट हिमांशु ने जेवलिन थ्रो में शानदार प्रदर्शन करते हुए ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा का 11 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर नया इतिहास रच दिया है। हिमांशु के इस प्रदर्शन से पूरे हरियाणा में खुशी की लहर दौड़ गई है और खेल प्रेमियों में गर्व की भावना है कि राज्य के एक और खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
40वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप: ओडिशा के भुवनेश्वर में कलिंगा स्टेडियम में चल रही 40वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के तीसरे दिन एथलेटिक्स हरियाणा के खिलाड़ियों ने सभी रंगों के पदक जीतकर राज्य का मान बढ़ाया। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) के तत्वावधान में आयोजित इस पांच दिवसीय चैंपियनशिप में 10 से 14 अक्तूबर तक देश भर से करीब 2000 एथलीट भाग लिया। हरियाणा से 145 एथलीटों का दल मैदान में उतरा , जिन्होंने पदकों का अंबार लगा रहा है।
रचा इतिहास: बता दे हरियाणा के लाल हिमांशु ने जूनियर नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 81.05 मीटर भाला फेंककर नीरज चोपड़ा का 2014 में बनाया गया 80.14 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अपने इस प्रदर्शन से हिमांशु ने न केवल स्वर्ण पदक जीता बल्कि देशभर के उभरते एथलीटों के लिए एक नया मानक भी स्थापित किया।
बधाई देने वालों का लगा तांता: हिमांशु आने वाले वर्षों में भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने की प्रबल दावेदारी रख सकते हैं। झज्जर जिला खेल अधिकारी और कोचों ने हिमांशु को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि पूरे हरियाणा के लिए गौरव का क्षण है।
हिमाशुं कई सालों से कर रहा था तैयारी: उन्होंने बताया कि हिमांशु पिछले कुछ वर्षों से लगातार मेहनत कर रहे थे और उनका ध्यान पूरी तरह तकनीक सुधारने और ताकत बढ़ाने पर था। हिमांशु ने अपने कोच और परिवार का आभार जताते हुए कहा कि उनका सपना है कि एक दिन वह भी भारत के लिए ओलंपिक स्वर्ण जीतकर नीरज चोपड़ा की तरह देश का नाम रोशन करें।

















