रेवाडी: डीसी यशेन्द्र सिंह ने गुरुवार को शहर की मार्केट कमेटी की ओर से नई अनाज मंडी में चलाई जा रही अटल किसान मजदूर कैंटीन का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर खाने की जांच की और मार्केट कमेटी के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
गौरतलब है डीसी की ओर से पिछले एक पखवाडे कार्यालयो का भी निरीक्षण किया था। डयूटी से नदारद मिले कर्मचारियो को नोटिस जारी किए गए तथा उनसे जबाब मांगा गया है। उन्होंंने कहा कि लाापरवाही करने वालो को किसी कीमत पर नही बख्श जाएगा।
कैंटीन का किय औचक निरीक्षण: कैंटीन की रसोई में पहुंचकर स्वयं खाने की गुणवत्ता व अन्य सुविधाओं की जांच की। उन्होंने कहा कि किसानों व श्रमिकों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें और किसानों व मजदूरों को प्रतिदिन दोनों समय ताजा, शुद्ध व पौष्टिक भोजन परोसें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि भोजन की गुणवत्ता के साथ समझौता कतई सहन नहीं किया जाएगा।
किसानो से भी की बातचीत: डीसी यशेन्द्र सिंह ने मौके पर खाना खा रहे किसानों से बात भी की और खाने की गुणवत्ता के बारे में पूछा तो किसानों ने खाने की गुणवत्ता पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने बताया कि किसान से भोजन के लिए केवल 10 रुपये लिए जाते हैं बाकी खर्च सरकार की ओर से वहन किया जाता है। उन्होंने कहा कि जो भी किसान मंडी में फसल लेकर आते हैं वे कैंटीन सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
सस्ता ही नहीं गुणत्तवा बरकरार: ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अनाज मंडी में आने वाले किसानों व श्रमिकों को सस्ती दर पर भोजन उपलब्ध करवाने के लिए अटल किसान-मजदूर कैंटीन खोली गई है। उन्होंने बताया कि अटल किसान-मजदूर कैंटीन में 25 रूपए प्रति थाली दिए जा रहे है, जिसमें 10 रूपए किसान-मजदूर तथा 15 रूपए सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है ताकि किसान और मजदूरों को सस्ता व बढिय़ा खाना मिल सके। अटल कैंटीन में किसान व श्रमिकों के लिए दो समय का भोजन का प्रबंध किया जा रहा है।
सीसीटीवी कैमरे से रखी जा रही है नजर : डीसी यशेन्द्र सिंह ने बताया कि कैंटीन में गैस बर्नर, चिमनी, पीने का पानी, सीसीटीवी कैमरे तथा इलेक्ट्रॉनिक बिलिंग मशीन जैसी सुविधाएं प्रदान की गई है। इस कैंटीन में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एचएसआरएलएम) के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा उत्तम क्वालिटी का पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। रसोई की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाएं गए हैं।