हरियाणा के CM Nayab Singh Saini ने पिंजौर में गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित शहादत यात्रा में भाग लिया। इस पावन अवसर पर उन्होंने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह यात्रा हरियाणा सरकार की ओर से गुरु तेग बहादुर जी की तपस्या, त्याग, आदर्शों और सर्वोच्च बलिदान के संदेश को फैलाने का एक प्रयास है। उन्होंने गुरु तेग बहादुर जी के मानवता के प्रति समर्पण को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन को धर्म की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया। यह श्रद्धांजलि यात्रा प्रदेश के लोगों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की कि सरकार पॉलिटेक्निक, अम्बाला का नाम गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखा जाएगा। इसके अलावा, चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा में गुरु तेग बहादुर शोध चेयर स्थापित की जाएगी। यमुनानगर में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नाम भी गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखा जाएगा। इसके अलावा पंचकूला से पौंता साहिब तक जाने वाली सड़क का नाम भी गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखा जाएगा। लख्नौर साहिब में माता गुजरी देवी के नाम पर एक वीएलडीए कॉलेज स्थापित किया जाएगा। ये सभी कदम हरियाणा सरकार की ओर से गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान और आदर्शों को सम्मानित करने का हिस्सा हैं।
कुरुक्षेत्र में 25 नवंबर को होगा राज्य स्तरीय कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने बताया कि गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत जयंती के उपलक्ष्य में 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र में एक भव्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। उन्होंने प्रदेशवासियों से इस पावन अवसर पर बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। इस कार्यक्रम के माध्यम से गुरु तेग बहादुर जी के जीवन और उनके संदेश को व्यापक स्तर पर फैलाने का प्रयास किया जाएगा।
धार्मिक सद्भाव और सेवा का संदेश
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस पावन आयोजन में भाग लेना उनके लिए गर्व की बात है। गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों और बलिदान से प्रेरित होकर हरियाणा सरकार धार्मिक सद्भाव, मानवता और समाज सेवा को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का संदेश आज भी प्रासंगिक है और हमें उनकी शिक्षाओं को आत्मसात कर समाज में प्रेम और एकता बनाए रखना चाहिए। हरियाणा सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है ताकि सभी धर्मों और समुदायों के बीच भाईचारा मजबूत हो सके।

















