Breaking News: धारूहेड़ा-भिवाड़ी बॉर्डर पर सुबह से ही पुलिस के जवान तैनात हैं। रैंप विवाद को लेकर लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस के करीब 100 से ज्यादा जवान सीमा पर खड़े हैं। रविवार को भिवाड़ी में एक महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें धारूहेड़ा सीमा पर बने रैंप को अवैध बताकर उसे तोड़ने पर चर्चा चल रही है। सुबह सुबह रेवाड़ी प्रशान ने मोर्चा संभाल लिया था।
पंचायत में क्या निर्णय लिया जाता है, अब सभी की इसी पर निगाहें हैं। किसी प्रकार की कोई अनहोनी ना हो, इसे देखते हुए धारूहेड़ा सीमा पर पुलिस के जवान तैनात हैं।
जानिए क्या है हरियाणा-राजस्थान का विवाद
हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर एक तरफ धारूहेड़ा है तो दूसरी तरफ भिवाड़ी है। भिवाडी इंडस्ट्रियल एरिया के फैक्ट्री संचालक अपने वेस्ट को पानी को धारूहेड़ा में छोड़ देते है। उसी से धारूहेड़ा शहर व आसपास के गांवों के लोग परेशान हैं। इस रैंप को जुलाई 2023 में उस समय के हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने बनवाया था, क्योंकि भिवाड़ी का दूषित पानी धारूहेड़ा में आता था। अब यही रैंप दो राज्यों का मुदृा बना हुआ है।
यह विवाद पिछले कई सालों से चला आ रहा है। पानी को रोकने के लिए हरियाणा प्रशासन ने रैंप बनाया था, जिसे भिवाड़ी प्रशासन ने कई बार हटाने की कोशिश की। हाल ही में 8 जुलाई को रैंप को तोड़ा गया था, जिसे हरियाणा प्रशासन ने अगली सुबह फिर से बनवा दिया।
15 से उछला मुददा: बता दें कि 15 जून को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने रेवाड़ी में आयोजित धन्यवाद रैली में सीएम नायब सिंह के सामने तिजारा विधायक बाबा बालक नाथ को रैंप के मामले में खरी खोटी सुनाई थी। उसके बाद से यह मामला सुर्खियों में आ गया है। जबकि बाबा बालकनाथ पहले भी इस रोप का तोडने का प्रयास कर चुके है।
प्रशासन ने संभाली कंबान: हरियाणा प्रशासन इस महापंचायत के बाद अलर्ट मोड पर आ गया है। रेवाड़ी कलेक्टर, एसडीएम, एसपी सहित लगभग 500 पुलिसकर्मी रैंप स्थल पर तैनात हैं, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। इतना ही नहीं नेशनल हाईवे 919 पर धारूहेड़ा के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जो रैंप को हटाने के खिलाफ हैं।

















