मिलावटखोरी करने वालो की अब खैर नहीं, हरियाणा में हर माह होगी सैंपलिंग-Best24news
खाद्य सुरक्षा टीम ने मारा छापा, दो नमूने लिये
Best24News, Haryana: मिलावटखोरी करने वालो की अब खैर नहीं है। विभाग की ओर से हर माह सैंपलिंग की जाएगी। इसी क्रम अभियान चलाते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन रेवाडी की टीम ने तीन स्थानों पर छापा मारकर दो नमूने लिये। इनको सील बंद करके जांच के लिए प्रयोगशाला में भिजवा दिया गया है।
यू चली छापेमारी
रेवाड़ी-नारनौल रोड पर एक ढाबे पर छापा मारा। इस दौरान टीम ने डॉ. दीपक चौधरी के मार्गदर्शन में ढाबा मालिक को साफ-सफाई रखने के निर्देश देने के साथ ही रोटी बनाने में इस्तेमाल किए जा रहे गेहूं के आटे का नमूना लिया। ढाबे पर खाना बनाने के बर्तनों के अलावा पीने के पानी व्यवस्था को भी देखा।
मिलावटखोरी करने वालो की अब खैर नहीं, हरियाणा में हर माह होगी सैंपलिंग-Best24news
इस नमूने को ढाबा संचालक के सामने सील करने के बाद जांच के लिए प्रयोगशाला में भिजवा दिया गया। इसके बाद टीम ने कस्बा बावल की ओर रुख किया। वहां खाद्य सामग्री बेचने वाले एक बड़े दुकानदार के यहां छापा मारा। यहां से भी गेहूं के आटे का नमूना लिया गया। इसे भी संबंधित दुकानदार की मौजूदगी में सील कर जांच के लिए भिजवा दिया गया है।
Admission: माडल संस्कृति विद्यालयों में दाखिले 5 अप्रैल से, जानिए दाखिले की पूरी प्रकिया-Best24News
जानिए पहले कब – कब हुई छापेमारी
– शहर के नई बस्ती इलाके में मिष्ठान गोदाम पर 4 मार्च को छापा मारा गया था। इस दौरान यहां से दूध, मावा और रसगुल्ले के तीन नमूने लिए गए थे।
– पिछले साल अक्तूबर में टीम ने बावल और बनीपुर चौक के आस-पास मिष्ठान भंडारों पर छापा था। इसमें खराब मिठाई को संबंधित दुकानदार से बाहर फेंकने और सफाई का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए थे।
– जनवरी के अंत में बावल की एक फ्लोर मिल से गेहूं के आटे का नमूना लिया गया।
– बीते नवंबर और दिसंबर के दौरान जिला भर में मिलावटी खाद्य पदार्थों के नमूने लेने की मुहिम चली। खाद्य सुरक्षा वैन भी करीब दर्जन भर जगहों पर खड़ी हुई और लोगों से खाद्य पदार्थों में मिलावट का शक होने पर उनकी जांच जरूर कराने के लिए जागरूक किया।
रोजगार देने की बजाय, छीन रही मनोहर सरकार, एक ओर कंपनी पर लगा ताला-Best24news
मिलावटखोरी के पांच आरोपियों पर चलेगा केस
खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक चौधरी के मुताबिक दिसंबर, जनवरी और फरवरी में लिए गए खाद्य नमूनों की सरकारी प्रयोगशाला में जांच में मिलावट पाई गई है।
उनसे संबंधित व्यक्तियों को अपना पक्ष रखने के लिए एक माह का समय दिया गया। उनका जवाब नहीं आने या संतोषजनक नहीं पाए जाने पर उन सभी पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए शुक्रवार को वाद दायर कर दिए गए।
चौधरी के अनुसार ऐसे पांचाें आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है। इनमें कस्बा धारूहेड़ा से लिए गए दूध और पनीर के दो नमूने, बावल से लिया गया आटे का एक नमूना, डहीना के पास एक मिष्ठान भंडार से लिया गया पनीर का नमूना और रेवाड़ी शहर से लिया गया सरसों के तेल का नमूना शामिल है।
शुक्रवार को नारनौल रोड पर एक ढाबे और बावल में एक दुकानदार के यहां छापा मारकर कार्रवाई की गई है। इस दौरान गेहूं के आटे के दो नमूने लेकर उनको जांच के लिए भिजवा दिया गया है। अगर जांच में नमूने फेल निकलते हैं तो संबंधित व्यक्ति को नोटिस देने के बाद उनके जवाब के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. दीपक चौधरी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, रेवाड़ी।