-: बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने इतिहास रच दिया। पहली बार राजनीति में कदम रखते हुए उन्होंने अलीनगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 11,730 वोटों के अंतर से शानदार जीत हासिल की। इसके साथ ही 25 वर्षीय मैथिली बिहार की सबसे युवा विधायक बन गई हैं। अपनी मधुर आवाज और लोक संस्कृति से जुड़ी गायिकी के कारण वह पहले ही घर-घर में पहचानी जाती थीं, लेकिन इस चुनाव ने उन्हें राजनीतिक मंच पर भी एक नई पहचान दिला दी है।
‘स्टेट आइकन’ नियुक्त : बता दे कि चुनाव आयोग (ईसी) ने सोमवार को लोक गायिका मैथिली ठाकुर को बिहार का ‘स्टेट आइकन’ नियुक्त किया. गायिका के पिता रमेश ठाकुर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम चुनाव आयोग और बिहार सरकार के आभारी हैंं। बिहार के मधुबनी जिले में जन्मी मैथिली ठाकुर अपने दो भाइयों के साथ लोक, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत, हारमोनियम और तबला में अपने दादा और पिता द्वारा प्रशिक्षित की गयी हैं. उन्होंने मैथिली, भोजपुरी और हिंदी में बिहार के पारंपरिक लोकगीतों का गायन किया हैBihar Election 2025
मैथिली ठाकुर राजनीति में आने से पहले टीवी के लोकप्रिय रियलिटी शो का हिस्सा रह चुकी हैं। उनकी गायिकी को देशभर में खूब सराहना मिली थी, हालांकि वे शो नहीं जीत पाई थीं। इसके बाद सोशल मीडिया और कार्यक्रमों के जरिए उन्होंने अपनी लोकप्रियता को लगातार बढ़ाया। उनकी सरल छवि, युवा ऊर्जा और जनता से जुड़ने का तरीका उनके अभियान की बड़ी ताकत बना। चुनाव प्रचार के दौरान मैथिली ने जनता से सीधा संवाद स्थापित किया और स्थानीय मुद्दों को प्राथमिकता देने का वादा किया, जिसका असर वोटों में साफ दिखा।Bihar Election 2025
‘संगीत से सियासत’ का सफर: मैथिली के लिए ये सफर आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत, लोकप्रियता और युवाओं में बढ़ते प्रभाव के दम पर यह उपलब्धि हासिल की है। उनकी जीत ने यह भी साबित कर दिया कि नए चेहरे, यदि जमीन से जुड़े हों और जनता की उम्मीदों को समझते हों, तो बड़ी राजनीतिक सफलता पा सकते हैं। अब सभी की नजरें इस बात पर होंगी कि बिहार की यह युवा विधायक अपने क्षेत्र के विकास और मुद्दों को कैसे आगे बढ़ाती हैं।Bihar Election 2025

















