Haryana News: हरियाणा कांग्रेस ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के बाद वोट चोरी और चुनावी गड़बड़ियों के मुद्दे को लेकर बड़ा कदम उठाया है। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में हुई अहम बैठक में फैसला लिया गया कि पार्टी अब इस मुद्दे पर फील्ड में उतरेगी और जनस्तर पर लड़ाई को तेज करेगी। बैठक में हरियाणा मामलों के प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, कुमारी शैलजा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। सभी जिलों के कांग्रेस पदाधिकारी और चुनाव लड़ चुके उम्मीदवार भी इस बैठक में शामिल हुए।
वोट चोरी की जांच के लिए विशेष टीमें तैयार
बैठक में यह स्पष्ट हुआ कि कांग्रेस चुनावी प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं को लेकर गंभीर है। इसी उद्देश्य से पार्टी ने वोट चोरी और चुनावी गड़बड़ियों की जांच के लिए विशेष टीमें बनाने का निर्णय लिया है। हर जिले के लिए अलग-अलग समन्वयक नियुक्त किए गए हैं, जो अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित दस्तावेज और तथ्य एकत्रित करेंगे।
विधिक सलाहकार समिति का गठन
पारदर्शिता सुनिश्चित करने और कानूनी लड़ाई को मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस ने एक विधिक सलाहकार समिति गठित करने की भी घोषणा की है। यह समिति चुनावी प्रक्रिया में अपनाए जा सकने वाले कानूनी उपायों की समीक्षा करेगी। पार्टी ने कहा है कि वोट चोरी के मुद्दे को गांव-गांव, घर-घर, सड़कों पर, संसद में और जरूरत पड़ने पर अदालत में भी उठाया जाएगा। इस अभियान के तहत जिला और ब्लॉक स्तर पर बड़े पैमाने पर जनसभाएं आयोजित की जाएंगी।
जिला स्तर पर ऑब्जर्वर नियुक्त
अभियान को मजबूती देने के लिए कांग्रेस ने सभी जिलों में ऑब्जर्वर भी नियुक्त किए हैं। इनमें नीरज (यमुनानगर), अनिल धंतौड़ी (झज्जर), गिरीश भारद्वाज (नूंह), बलजिंद्र सिंह (सिरसा), सुधीर चौधरी (फरीदाबाद), राजेश सरदाना (जींद), नरेश हसनपुर (रोहतक), रणधीर राणा (पंचकूला), भूपेंद्र लाठर (कैथल), मेहताब अहमद (पलवल) सहित अन्य जिलों में कुल 24 प्रतिनिधियों को जिम्मेदारी दी गई है।

















