Metro News: हरियाणा को दिल्ली मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। यह परियोजना दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का हिस्सा है, जिसे 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मेट्रो कॉरिडोर के पूरा होने से सोनीपत से दिल्ली आने-जाने वाले हजारों यात्रियों को विशेष सुविधा मिलेगी।सोनीपत के कुंडली और नाथूपुर में दो नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों के लिए दिल्ली आना-जाना आसान हो जाएगा।
कॉरिडोर की लंबाई और कीमत
इस मार्ग पर प्रमुख स्टेशन रिठाला, रोहिणी सेक्टर 25, 26, 31, 32, 36, बरवाला और नाथूपुर होंगे। इस मेट्रो कॉरिडोर की कुल लंबाई 26.5 किलोमीटर होगी और इसमें लगभग 21 स्टेशन होंगे। यह कॉरिडोर रिठाला से शुरू होकर नाथूपुर तक जाएगा।
इस व्यय का 80% राज्य सरकार और 20% केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 6,230 करोड़ रुपये है, जिसमें से 5,685.22 करोड़ रुपये दिल्ली में और 545.77 करोड़ रुपये हरियाणा में खर्च किए जाएंगे।
प्रगति और निर्माण चुनौतियाँ
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने हाल ही में परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचएमआरटीसी), दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) और जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में भूमि अधिग्रहण, सड़क निर्माण और बिजली के खंभे हटाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन के लिए भूमि अधिग्रहण तथा तकनीकी मुद्दों को सुलझाने के लिए प्राधिकारियों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। इस मेट्रो कॉरिडोर का उद्देश्य न केवल परिवहन में सुधार करना है, बल्कि सोनीपत के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है।

















