Haryana में निवेश बढ़ाने के लिए सीएम नायब सिंह सैनी की बड़ी पहल, 10 नए औद्योगिक टाउनशिप बनाने की योजना

Haryana के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य में निवेश को बढ़ावा देने और औद्योगिक विकास को तेज करने के लिए अधिकारियों को जरूरी नीतिगत बदलाव करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिकरण को गति देने और अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए मौजूदा नीतियों में जरूरत के अनुसार बदलाव किया जाए। इससे न केवल निवेश बढ़ेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री ने उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आईएमटी खरखौदा की सफलता को देखते हुए राज्य सरकार हरियाणा में 10 अत्याधुनिक औद्योगिक टाउनशिप विकसित करने की योजना बना रही है। इन टाउनशिप के निर्माण से हरियाणा में औद्योगीकरण को बढ़ावा मिलेगा और निवेशकों को सुविधाजनक माहौल उपलब्ध कराया जाएगा।
औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई रणनीति
मुख्यमंत्री सैनी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि औद्योगिक स्थापना को और अधिक सुगम बनाने के लिए सही कदम उठाए जाएं, ताकि वैश्विक निवेश को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में व्यवसाय करने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए और निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएं।
सीएम सैनी ने कहा कि हरियाणा की मजबूत बुनियादी संरचना और एनसीआर से नजदीकी होने के कारण यह राज्य वैश्विक व्यवसायों के लिए एक महत्वपूर्ण गंतव्य बन सकता है। राज्य सरकार का उद्देश्य बेहतर आर्थिक पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करना है, जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों निवेशकों को आकर्षित किया जा सके।
हरियाणा में बनेगा अत्याधुनिक आईटी पार्क
मुख्यमंत्री ने राज्य में अत्याधुनिक आईटी पार्क स्थापित करने की योजना का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर के विस्तार से हरियाणा में तकनीकी विकास को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को विशेष प्रोत्साहन देने की बात कही, जिससे राज्य निवेश के लिए और अधिक आकर्षक बन सके।
केंद्र सरकार की नीतियों की सराहना
सीएम सैनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और MSMEs को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां लागू की गई हैं। उन्होंने कहा कि इन नीतियों का लाभ उठाकर हरियाणा को एक औद्योगिक हब के रूप में विकसित किया जा सकता है।
एनआरआई भी करना चाहते हैं निवेश
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रवासी भारतीय (NRIs) भी हरियाणा में उद्योग स्थापित करने के इच्छुक हैं। इससे राज्य में आर्थिक विकास के नए रास्ते खुलेंगे। उन्होंने उद्योग विभाग और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (HSIIDC) को निर्देश दिया कि वे एनआरआई उद्यमियों से संपर्क करें और उन्हें राज्य में निवेश के लिए प्रेरित करें।
नए निवेश और योजनाओं के लिए लक्ष्य आधारित कार्ययोजना
मुख्यमंत्री सैनी ने स्पष्ट किया कि राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए लक्ष्य-आधारित कार्ययोजना अपनाई जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे सभी योजनाओं को समयबद्ध तरीके से लागू करें, ताकि निवेशकों को बेहतर परिणाम मिल सकें और हरियाणा का औद्योगिक विकास तेज गति से आगे बढ़ सके।
एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में निवेश को मिलेगी प्राथमिकता
हरियाणा सरकार ने राज्य में एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि अगले 5 वर्षों में इस क्षेत्र में 1 अरब अमेरिकी डॉलर (US $1 billion) का निवेश आकर्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
हरियाणा को राष्ट्रीय एयरोस्पेस और रक्षा हब के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एयरोस्पेस और रक्षा निवेश नीति को मंजूरी दी है। इस नीति के तहत निवेशकों को विशेष प्रोत्साहन दिए जाएंगे, जिससे इस क्षेत्र में नए रोजगार सृजित होंगे और राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।
हरियाणा बनेगा औद्योगिक और निवेश हब
हरियाणा सरकार की यह पहल राज्य को औद्योगिक और निवेश हब के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री सैनी के नेतृत्व में उठाए गए इन फैसलों से न केवल स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी हरियाणा में निवेश के लिए आकर्षित होंगी।
हरियाणा सरकार की नई औद्योगिक नीति और 10 अत्याधुनिक औद्योगिक टाउनशिप की योजना राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को नया स्वरूप देगी। आईटी पार्क, MSMEs को प्रोत्साहन, NRI निवेशकों से संपर्क और एयरोस्पेस एवं रक्षा क्षेत्र में बड़े निवेश की रणनीति हरियाणा को एक उभरते औद्योगिक राज्य के रूप में स्थापित करेगी। अगर सरकार की ये योजनाएं सही तरीके से लागू की गईं, तो निकट भविष्य में हरियाणा देश का अग्रणी औद्योगिक और निवेश हब बन सकता है।