बेरहमी से मारपीट, अलवर में नाबालिग की मौत, भाजपा ने सरकार को घेरा

राजस्थान: सुनील चौहान। राजस्थान के अलवर जिले में एक बार फिर भीड़ द्वारा पिटाई (Mob lynching) मौत की घटना सामने आई है। घटना को लेकर भाजपा ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जवाब मांगा है। जानिए कैसे और क्या हुआ: अलवर जिले में बड़ौदामेव पुलिस थाना क्षेत्र के मीना का बास गांव की है। 17 वर्षीय योगेश जाटव पुत्र ओमप्रकाश 15 सितंबर को मीना का बास गांव से अपने घर भटपुरा जा रहा था । बारिश के कारण मीना का बास गांव की सड़क क्षतिग्रस्त हो गई । क्षतिग्रस्त सड़क से बचाते समय उसकी बाइक 10 वर्षीय एक बच्ची से टकरा गई थी । इसके बाद भीड़ ने रास्ता रोक लिया और उसके साथ जमकर मारपीट की । मारपीट करने वालों में बच्ची के साथ बाजार जा रही महिलाएं भी शामिल थी । सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने पहले तो योगेश को स्थानी अस्पताल में भर्ती कराया । लेकिन जब तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उसे 16 सितंबर को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया । उपचार के दौरान अस्पताल में उसकी शनिवार देर शाम मौत हो गई । रविवार दोपहर बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने शव अलवर-भरतपुर मार्ग पर रखकर विरोध जताया । मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता एवं आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की। प्रशासन की समझाइश के बाद देर शाम मृतक के परिजन अंतिम संस्कार को राजी हुए। मृतक के पिता ओमप्रकाश ने रसीद, मुबीना, साजेत पठान और तीन अन्य के खिलाफ मारपीट एवं हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। मृतक के परिजनों ने बड़ौदा मेव के पुलिस थाना अधिकारी इलियास पर आरोपितों को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने थाना अधिकारी को निलंबित करने की मांग भी की है। मामले को लेकर भाजपा ने सरकार को घेरा: भाजपा विधायक मदन दिलावर ने कहा कि दलित नाबालिग के साथ मॉब लिचिंग करना अपराध है। इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि दलितों पर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने समुदाय विशेष के लोगों पर मॉब लिंचिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपितों के खिलाफ मॉब लिंचिंग की धाराओं में मुकदमा दर्ज होना चाहिए।