हरियाणा: सुनील चौहान। खाद कम उपलब्ध होने के चलते जिले में डीएपी को लेकर ऐसी मारामारी मची हुई है। रेवाड़ी अनाज मंडी के कृभको व इफको डीएपी केन्द्र पर सुबह 8 से शाम 6 बजे 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी को तैनात किया गया है। दूसरी तरफ सोमवार को खाद की कमी को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने नई अनाज मंडी स्थित केन्द्र के बाहर प्रदर्शन भी किया। इसके साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि अगर 22 अक्टूबर तक खाद की कमी को पूरा नहीं किया गया तो 23 अक्टूबर से बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
हरियाणा में रबी की फसलों की बिजाई शुरू हो चुकी हैं। लेकिन किसानों को डीएपी नहीं मिल पा रही है। खाद का संकट तो पूरे हरियाणा में बना हुआ है, लेकिन सबसे ज्यादा मारामारी रेवाड़ी व महेन्द्रगढ़ जिले में हैं। इन दोनों ही जिलों में सबसे ज्यादा सरसों की फसल होती हैं। पिछले 17 दिनों से किसान डीएपी को लेकर जद्दोजहद कर रहे हैं। हालात इस कदर बन चुके है कि अब डीएपी सेंटर पर पुलिस को तैनात करना पड़ा हैं।

रात से ही लग जाती है खाद के लिए लाईन:
डीएपी को लेकर लोग रात को ही केन्द्र के बाहर आकर खड़े हो जाते हैं। पुरूष के साथ-साथ महिलाओं की भी लंबी लाइन डीएपी केन्द्र के बाहर लग रही हैं। रेवाड़ी नई अनाज मंडी स्थित कृभको व इफको खाद केन्द्र के बाहर सोमवार सुबह भारी भीड़ नजर आई। सुबह के समय कुछ देर के लिए हंगामा भी हुआ। उसके बाद पुलिस के ओर जवानों को बुलाया गया और फिर महिला व पुरूषों की अलग-अलग लाइने लगवाई गई। एक केन्द्र पर 15 से ज्यादा पुलिस के जवानों को तैनात किया गया हैं।
10 हजार एमटी डीएपी की जरूरत:
रबी के सीजन में फसलों की बिजाई के लिए अकेले रेवाड़ी जिले के किसानों को करीब 10 हजार एमटी डीएपी की जरूरत होती हैं। लेकिन फिलहाल 3 हजार एमटी डीएपी मिल पा रही है। डीएपी की कमी को दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा चंबल फर्टिलाइजर कंपनी से निर्धारित कोटा बढ़वाकर कुछ दिन पहले 1 हजार एमटी डीएपी का रैक मंगवाया गया था, लेकिन वो भी किसानों की कमी पूरी नहीं कर पाया।
















