रेवाड़ी। नगर परिषद ने शहर की सड़कों को स्वच्छ, सुंदर और धूलमुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। परिषद की ओर से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के सेक्टर-3 फेज-1, फेज-2 और सेक्टर-4 की सड़कों की मैकेनाइज्ड और मैनुअल सफाई के लिए 2.49 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है। इस योजना के तहत सफाई कार्य को मशीनों की मदद से अधिक प्रभावी और व्यवस्थित बनाने का लक्ष्य रखा गया है।Haryana News
जानिए क्यों पडी जरूरत: नगर परिषद ने यह नई पहल सफाई कर्मचारियों की कमी को ध्यान में रखते हुए शुरू की है। वर्तमान में शहर की करीब पौने तीन लाख आबादी पर केवल 320 से अधिक सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं, जबकि आवश्यकता लगभग 500 कर्मचारियों की है। कर्मचारियों की कमी के चलते कई वार्डों में नियमित सफाई नहीं हो पाती और जगह-जगह कूड़े के ढेर जमा हो जाते हैं। इसी के चलते इस योजना को लागू करवाया जा रहा है।Haryana News
बता देकि टेंडर के अनुसार, चयनित एजेंसी को संबंधित सेक्टरों की मुख्य सड़कों, गलियों और सार्वजनिक स्थलों की नियमित सफाई, कचरा एकत्रीकरण, डस्टबिन खाली करने और धूल नियंत्रण जैसे कार्यों की जिम्मेदारी दी जाएगी। सफाई में रोड स्वीपिंग मशीन, वॉटर स्प्रे यूनिट और अन्य आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाएगा, जिससे सफाई प्रक्रिया तेज और सटीक हो सकेगी।
नगर परिषद ने स्पष्ट किया है कि एजेंसी को कार्य की गुणवत्ता, नियमित रिपोर्टिंग और मॉनिटरिंग सुनिश्चित करनी होगी। यह प्रोजेक्ट शहर को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा। क्योंकि कम सफाई कर्मचारियों के चलते नियमित सही सफाई नहीं हो पाती है। यहीं कारण है कि जगह जगह गंदगी के ढेर जाम हो जातें है।Haryana News
नगर परिषद का मानना है कि मशीनों की मदद से यह समस्या काफी हद तक दूर की जा सकेगी। शहर से प्रतिदिन करीब 110 टन कूड़ा निकलता है, लेकिन अभी भी लगभग 90 फीसदी घरों में गीला और सूखा कचरा अलग नहीं किया जा रहा है। नई सफाई व्यवस्था लागू होने के बाद नगर परिषद उम्मीद कर रही है कि शहर की स्वच्छता व्यवस्था में बड़ा सुधार आएगा।Haryana News

















