Haryana News: देवउठनी एकादशी (Devutthana Ekadashi) के शुभ अवसर पर रविवार से शादी-विवाह का सीजन शुरू हो जाएगा। शनिवार से ही शुभ मुहूर्त की शुरुआत हो चुकी है और रविवार को शहर के बैंक्वेट हॉल, धर्मशालाएँ और लॉन दुल्हन की तरह सजेंगे। हर ओर बैंड-बाजे की आवाजें गूंजेंगी, घोड़ी चढ़ेगा दूल्हा और सुबह-सुबह निकलेगी दुल्हन की पालकी। करीब चार महीनों के विराम के बाद विवाह समारोहों की हलचल एक बार फिर शहर की गलियों में दिखाई देगी। विवाह उद्योग से जुड़े लोगों के अनुसार, देवउठनी एकादशी पर कुल 17 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं, और केवल रविवार को ही 300 से अधिक शादियाँ होने की संभावना है।
शहर में लग सकते हैं लंबे जाम, सावधानी से निकलें बाराती
जहाँ एक ओर शादी की धूम है, वहीं दूसरी ओर यातायात व्यवस्था के बिगड़ने का खतरा भी बढ़ गया है। शहर के अधिकांश विवाह स्थल नेशनल हाईवे 19 के किनारे स्थित हैं, जहाँ दो दर्जन से अधिक बैंक्वेट हॉल और रिसॉर्ट बुक हो चुके हैं। इनमें से अधिकांश स्थानों पर पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण सड़कों पर गाड़ियों की कतारें लगने की संभावना है।
हर साल की तरह इस बार भी जब बारातें डीजे और बैंड-बाजे के साथ निकलेंगी, तो ट्रैफिक की स्थिति बिगड़ सकती है। अगर लोग समय रहते घर से नहीं निकले, तो शादी में शामिल होने से पहले ही जाम में फँसने का खतरा रहेगा। कई बार तो लोग घंटों ट्रैफिक में फँसने के बाद खाली हाथ लौटने को मजबूर हो जाते हैं।
इन जगहों पर सबसे ज्यादा रहेगा जाम का खतरा
नेशनल हाईवे 19 के अलावा, शहर की कई प्रमुख सड़कें जैसे — रेलवे रोड, न्यू सोहना रोड, रसूलपुर रोड और पंजाबी धर्मशाला रोड — पर भी जाम लगने की आशंका है। इन सड़कों के किनारे बने विवाह स्थल, सीमित पार्किंग और अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग सकती हैं। बैंक्वेट हॉल संचालकों का कहना है कि वे अपनी तरफ से व्यवस्था करने की कोशिश करते हैं, लेकिन यातायात पुलिस की ओर से उचित सहयोग नहीं मिलता। दूसरी ओर, ट्रैफिक पुलिस हर बार स्थिति बिगड़ने के बाद ही सक्रिय होती है, जिससे लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं।
पुलिस को नहीं मिला निर्देश, लोगों को झेलनी पड़ सकती है परेशानी
रविवार को शहर में सैकड़ों शादियाँ एक ही दिन में होने वाली हैं, लेकिन अब तक ट्रैफिक पुलिस को कोई विशेष निर्देश या एडवाइजरी जारी नहीं की गई है। यातायात प्रबंधन में लगे पुलिसकर्मियों ने बताया कि उन्हें विभाग से अब तक कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है — “जो भी आदेश मिलेगा, उसी के अनुसार कार्य करेंगे।” ऐसे में संभावना है कि रविवार की रात को शहरवासियों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़े। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते वैकल्पिक मार्ग और पार्किंग व्यवस्था नहीं करता, तो लोगों की खुशियाँ जाम में फँस सकती हैं। इसलिए नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे घर से समय पर निकलें, वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करें, और जहाँ संभव हो, निजी वाहनों के बजाय कैब या सार्वजनिक परिवहन का सहारा लें।
















