Haryana News: हिसार शहर इन दिनों धुएं और धुंध की चादर में लिपटा हुआ है। शनिवार सुबह यहां की हवा इतनी प्रदूषित हो गई कि पूरा शहर एक “स्मोक चेंबर” में तब्दील नजर आया। शुक्रवार देर रात से ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार बिगड़ना शुरू हो गया था और शनिवार सुबह 8 बजे यह 528 के स्तर पर पहुंच गया, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है।
दोपहर 1 बजे तक स्थिति जस की तस रही, AQI 400 से ऊपर बना रहा। इसके बाद हल्की धूप निकलने से स्मॉग में थोड़ी कमी आई, लेकिन प्रदूषण स्तर अभी भी 200 से 300 के बीच बना हुआ है। इस जहरीली हवा के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस स्तर के प्रदूषण में रहना सप्ताहभर में 80 सिगरेट पीने के बराबर है।
मौसम में आए बदलाव ने भी स्मॉग की स्थिति को और गंभीर बना दिया है। इस समय न्यूनतम तापमान करीब 17 डिग्री सेल्सियस है। रात में तापमान में खास गिरावट नहीं हो रही और हवाएं भी नहीं चल रहीं, जिससे धूल और धुआं जमीन के करीब जम गया है। शनिवार सुबह जब लोग उठे, तो पूरा शहर धुंध से ढका हुआ था। बुजुर्ग और स्वास्थ्य-सचेत लोग जो रोजाना मॉर्निंग वॉक पर जाते थे, अब घरों में रहना बेहतर समझ रहे हैं।
बच्चों की आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायतें बढ़ी हैं, वहीं स्वस्थ व्यक्ति भी सांस लेने में असुविधा महसूस कर रहे हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में यदि हवा नहीं चली तो स्मॉग की स्थिति और बिगड़ सकती है, हालांकि तेज हवा चलने पर प्रदूषण के स्तर में सुधार संभव है।
सुबह की सैर पर रोक, प्रशासन के उपाय नाकाफी
हिसार के मॉर्निंग वॉकरों के लिए अब सुबह की सैर परेशानी का कारण बन गई है। जो लोग ताजी हवा की तलाश में सुबह-सुबह निकलते थे, वे अब देर से टहलने जा रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण और स्मॉग के कारण लोग आंखों में चुभन और गले में जलन महसूस कर रहे हैं। वहीं, नगर निगम की ओर से स्मॉग कम करने के लिए पानी का छिड़काव या स्मॉग गन का उपयोग भी नियमित रूप से नहीं हो रहा है। प्रशासन के ये उपाय न केवल धीमे हैं बल्कि अपर्याप्त भी। पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय पर सड़क सफाई, निर्माण स्थलों पर पानी का छिड़काव और वाहनों की निगरानी नहीं बढ़ाई गई तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
रात से बिगड़ी हवा, सुबह चरम पर पहुंचा प्रदूषण
शुक्रवार रात करीब 1 बजे से ही हिसार की हवा प्रदूषित होने लगी थी। उस समय AQI 300 पार कर चुका था। जैसे-जैसे रात बीतती गई, प्रदूषण स्तर बढ़ता गया। सुबह 8 बजे यह अपने उच्चतम स्तर 528 पर पहुंच गया। दोपहर तक सूरज निकलने से स्मॉग में थोड़ी कमी आई, लेकिन हवा अब भी “बहुत खराब” श्रेणी में बनी हुई है। शनिवार के वायु गुणवत्ता आंकड़ों के अनुसार — रात 2 बजे: 311, 3 बजे: 325, 4 बजे: 366, 5 बजे: 356, 6 बजे: 406, 7 बजे: 466, 8 बजे: 528, 9 बजे: 451, 10 बजे: 473, 11 बजे: 490, दोपहर 12 बजे: 450।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है। यदि जल्द ही प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो हिसार के लोगों के लिए सांस लेना और भी मुश्किल हो सकता है।
















