Haryana News: हरियाणा के किसान अब काले गेहूं की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव आया है जिससे खेतों की मिट्टी में नमी बढ़ गई है। अब किसान धूप का इंतजार कर रहे हैं ताकि मिट्टी पूरी तरह बुवाई के लिए तैयार हो सके। इस समय देश के कई राज्यों में गेहूं की बुवाई जोरों पर है। हर क्षेत्र और सिंचाई की सुविधा के हिसाब से किसान अलग-अलग प्रकार के गेहूं की खेती करते हैं। लेकिन पिछले चार-पांच सालों से काला गेहूं किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
काले गेहूं की खेती क्यों हो रही है पसंद?
काले गेहूं की सबसे बड़ी खासियत इसके औषधीय गुण हैं। इसमें एंथोसायनिन नामक प्राकृतिक तत्व अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह एंथोसायनिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबायोटिक की तरह काम करता है। इससे हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज, एनीमिया, मानसिक तनाव और जोड़ दर्द जैसी बीमारियों में राहत मिलती है। इसी वजह से काले गेहूं की मांग तेजी से बढ़ रही है खासकर बड़े शहरों में। लोग इसे स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद मानते हैं।
बाजार में काले गेहूं की कीमत
काले गेहूं की कीमत सामान्य गेहूं की तुलना में लगभग दोगुनी है। बाजार में यह 4,000 से 6,000 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। सामान्य गेहूं की कीमत से यह महंगा होने के बावजूद किसान इसे लगाने को प्राथमिकता दे रहे हैं क्योंकि इससे उन्हें बेहतर मुनाफा मिलता है।
किसानों के लिए फायदे का सौदा
काले गेहूं की खेती किसानों के लिए बेहतर विकल्प साबित हो रही है। इसमें लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता है। साथ ही इसकी बढ़ती मांग के कारण किसानों को अपने उत्पाद को आसानी से बाजार में बेचने में भी आसानी हो रही है। इस नए विकल्प से हरियाणा के किसान अपनी आमदनी दोगुना कर सकते हैं और बेहतर जीवन यापन कर सकते हैं।

















