Haryana: भोड़वाल माजरी स्थित संत निरंकारी मिशन के वार्षिक संत समागम के लिए रोडवेज विभाग ने 280 बसों की व्यवस्था की है। ये बसें समागम के समापन के बाद श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुँचाने के लिए लगाई जाएंगी। सोमवार से ही बसों का आवागमन शुरू हो जाएगा और यह प्रक्रिया चार दिनों तक चलेगी। इन बसों का उपयोग 3 नवंबर से 6 नवंबर तक किया जाएगा। इस दौरान रोडवेज की सामान्य बस सेवाओं पर भी कुछ प्रभाव पड़ सकता है, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
ड्राइवर और कंडक्टर की टीम करेगी संचालन
रोडवेज विभाग ने समागम के सुचारू संचालन के लिए 120 ड्राइवर और 120 कंडक्टर तैनात किए हैं, जो इन विशेष बसों का संचालन करेंगे। रोडवेज प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह व्यवस्था पहले से ही तय की गई थी, ताकि समागम स्थल से विभिन्न राज्यों में लौटने वाले लोगों को कोई परेशानी न हो। संत निरंकारी समागम, जो 31 अक्टूबर से शुरू हुआ था, अब अपने अंतिम चरण में है और 3 नवंबर को समाप्त होगा। इस दौरान देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं ने इसमें भाग लिया।
बसें जाएंगी कई राज्यों तक
इन 280 बसों के माध्यम से श्रद्धालुओं को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों तक पहुँचाया जाएगा। रोडवेज की यह विशेष सेवा समागम के बाद शुरू होगी। हालांकि, बड़ी संख्या में बसों के डिपो से बाहर जाने के कारण स्थानीय और अंतरराज्यीय मार्गों पर अस्थायी रूप से कुछ असुविधा उत्पन्न हो सकती है। जिन मार्गों पर बसों की कमी हो सकती है, उनमें चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और राजस्थान जाने वाली रूट शामिल हैं। इसके बावजूद, रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए अतिरिक्त ट्रिप्स और अस्थायी व्यवस्थाएं की जाएंगी।
यात्रियों की सुविधा के लिए बढ़ाई जाएंगी बस सेवाएँ
रोडवेज विभाग के जीएम संजय कुमार ने बताया कि समागम के लिए मांगी गई 280 बसें निर्धारित समयानुसार भेजी जाएंगी। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास रहेगा कि श्रद्धालुओं और आम यात्रियों दोनों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए बस स्टैंड से बसों के ट्रिप बढ़ाए जाएंगे।” रोडवेज प्रबंधन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि समागम के दौरान और उसके बाद भी सामान्य मार्गों पर बसों की उपलब्धता बनी रहे, ताकि यात्रियों की यात्रा निर्बाध रूप से जारी रह सके।

















