Mahendragarh-Narnaul News: सिरोही बहाली टोल प्लाजा पर हुई तोड़फोड़ की घटना का पर्दाफाश करते हुए नांगल चौधरी पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कलबा निवासी राजू और बावल के असरा का माजरा निवासी सोमबीर व केवल शामिल हैं। तीनों के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। जांच में सामने आया कि यह हमला पुरानी रंजिश और आपसी दुश्मनी के कारण किया गया था। पुलिस ने बताया कि राजू पर तीन, सोमबीर पर दो और केवल पर एक आपराधिक मामला पहले से दर्ज है। तकनीकी जांच और खुफिया सूत्रों की मदद से इन आरोपियों की पहचान की गई और बाद में इन्हें हिरासत में ले लिया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शुरुआत से ही विशेष जांच टीम गठित की थी। सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण और स्थानीय इनपुट्स के आधार पर पुलिस ने आरोपियों तक पहुंच बनाई। जांच में साफ हुआ कि ये सिर्फ तीन लोग नहीं थे, बल्कि एक पूरी गैंग ने इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस का कहना है कि इस हमले में शामिल बाकी आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है और बहुत जल्द पूरे गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया जाएगा। गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जहां उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है ताकि बाकी आरोपियों की पहचान और मकसद का पूरा विवरण सामने आ सके।
घटना का पूरा विवरण: 15 युवकों ने मचाई तबाही
टोल प्लाजा मैनेजर राजेश की शिकायत के अनुसार, 16 नवंबर की रात लगभग 8 बजे दो बिना नंबर प्लेट की बोलेरो गाड़ियां नांगल चौधरी की ओर से टोल प्लाजा पर पहुंचीं। इन वाहनों से करीब 14–15 युवक उतरे और हाथों में लाठी-डंडे तथा लोहे की रॉड लेकर टोल सिस्टम को तोड़ना शुरू कर दिया। उन्होंने एनएचएआई की कुल 10 लेन प्रणाली को तोड़-फोड़कर भारी नुकसान पहुंचाया। सेंसर, LED स्क्रीन, कैप्चर कैमरे, UPS सिस्टम, बूम बैरियर सहित पूरी इलेक्ट्रॉनिक व्यवस्था को नष्ट कर दिया गया। इसके साथ ही सरकारी बिल्डिंग को भी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त किया गया। इस दौरान आरोपियों ने टोल को फ्री कर दिया, जिससे सरकार को भारी राजस्व नुकसान झेलना पड़ा। टोल पर तैनात कर्मचारी भी हमले में घायल हुए और उन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार देना पड़ा।
प्रणाली ठप, राजस्व प्रभावित, पुलिस की त्वरित कार्रवाई
तोड़फोड़ के कारण टोल प्लाजा का पूरा कलेक्शन सिस्टम बंद हो गया और कई घंटों तक वाहनों से शुल्क वसूली नहीं हो सकी। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने भी मौके का दौरा किया और जल्द से जल्द सिस्टम बहाल करने के निर्देश दिए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी और आरोपियों की तलाश में चारों ओर दबिशें दीं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया, उससे साफ है कि इसे पूरी योजना बनाकर अंजाम दिया गया था। फिलहाल तीन आरोपी रिमांड पर हैं और उनकी पूछताछ से कई अहम जानकारियां सामने आने की उम्मीद है। पुलिस आश्वस्त है कि बाकी सभी आरोपी भी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे और इस पूरे मामले की सच्चाई पूरी तरह सामने आ जाएगी।

















