Haryana News: रेवाड़ी शहर में सड़कों की बदहाली और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शहर के किसी भी इलाके में जाएं, कहीं न कहीं टूटी या फिर दोबारा बन रही सड़कें देखने को मिल जाएंगी।
बता दे कि सेक्टर-1, हनुमान मंदिर के सामने, वार्ड नंबर 7 और वार्ड नंबर 28 की कई सड़कें ऐसी हैं, जो करीब दो साल पहले बनी थीं और फिलहाल अच्छी स्थिति में थीं। इसके बावजूद बिना किसी तकनीकी रिपोर्ट के आधार पर इन्हें तोड़कर दोबारा निर्माण शुरू कर दिया गया। लेकिन कोई नई बात नही हे रेवाड़ी में कई ऐसी सडके भी जो मियाद से पहले ही टूट चुकी है।Haryana News
कमीशन का खेल: बता दे कि नगर परिषद का पांच वर्षीय कार्यकाल जनवरी 2026 में समाप्त हो रहा है, जिसके चलते पिछले डेढ़ महीने में शहर के विभिन्न क्षेत्रों की 40 से अधिक सड़कों के टेंडर जारी किए जा चुके हैं। साफ जाहिर टैंडर देंगे तभी का कुछ खाने का मिलेगा।Haryana News
ब्रास मार्केट और मॉडल टाउन जैसी जगहों पर हाल ही में बनी सड़कों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। ब्रह्मगढ़ के सामने बनी करोड़ों रुपये की सड़क से रोडिया निकलकर बाहर आ गई हैं, जिन्हें छिपाने के लिए सीमेंट का घोल भर दिया गया।
जानिए क्या है सडक का नियम: बता दें कि टाइल वाली सड़क की आयु लगभग पांच वर्ष, जबकि तारकोल (ब्लैक टॉप) सड़क की तीन वर्ष होती है। सीसी रोड 15 से 20 वर्ष तक टिक सकती है, लेकिन कई स्थानों पर ये सड़कें दो से तीन साल में ही टूटने लगी हैं। कुछ सीसी सड़कें तो पांच साल में दो बार बन चुकी हैं। जब ठेकेदार कमीशन देगा तो भला फिर मेटिरियल कहां से लगाएगा।
सेक्टर-1 में अंत्योदय भवन के सामने की सड़क को भी हाल ही में तोड़कर दोबारा बनाया गया है। आरोप है कि जल्दबाजी में ठेकेदारों ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग चैंबर नंबर 103 और 108 को ही बंद कर दिया। सड़क का लेवल भी सही नहीं है।Haryana News

















