राजेद्र चावला हत्या कांड: सीसीटीवी फुटेज कब्जे में, चार टीम तैनात, जल्द ही खुलेगा राज

जयपुर/ हरियाणा: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआइए) से संबंधित कंसल्टेंट कंपनी एईकाम में सलाहकार व एनएचएआइ के पूर्व परियोजना निदेशक राजेंद्र चावला की हत्या मामले में मर्डर होने वाले स्थान पर ​सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। इसीके चलते जयपुर पुलिस ने स्पेशल चार टीमें गठित की है। सभी टीमें अलग-अलग जगहों पर छानबीन कर रही हैं। गुरुग्राम में भी एक टीम पहुंची है। एईकाम का कार्यालय साइबर सिटी में है। इसमें काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी। कार्यक्षेत्र के नाते रेवाड़ी के बहरोड़ एवं हिमाचल प्रदेश के सोलन में भी चावला का आना-जाना लगा रहता था। वहां पर भी जयपुर पुलिस छानबीन कर रही है। जयपुर में अलग से इलाके के थाना पुलिस जांच में जुटी है। जांच पर न केवल एनएचएआइ एवं संबंधित कंसल्टेंट कंपनी की बल्कि पीडब्ल्यूडी विभाग के भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नजर है। सभी उनकी हत्या से हैरान हैं। किसी को समझ में नहीं आ रहा है कि उनकी हत्या क्यों की गई? उनकी पहचान न केवल तेजतर्रार अधिकारी के रूप में बल्कि सिद्धांतों से समझौता न करने वाले अधिकारी के रूप में भी थी।

एनएचएआइ में लंबे समय तक परियोजना निदेशक के पद पर कार्यरत रहे राजेंद्र चावला पीडब्ल्यूडी विभाग में अधीक्षण अभियंता के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद से एईकाम में सलाहकार थे। वह बृहस्पतिवार को एनएचएआइ के जयपुर कार्यालय में आयोजित बैठक में भाग लेने गए हुए थे। बैठक खत्म होने पर जैसे वह बाहर निकले, वैसे ही गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। जयपुर के वैशाली नगर इलाके के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) राय सिंह बैनीवाल ने दैनिक जागरण को बताया कि पूरी तरह ब्लाइंड केस है। चार टीमें छानबीन में जुटी हैं। घटनास्थल के आसपास कुछ दूरी तक लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। उम्मीद है जल्द ही सफलता मिलेगी।