Rohtak PGI: हरियाणा के रोहतक PGIMS में एक बडा मामला सामने आया है। डाक्टर की लापरवाही से एक मरीज की आख की रोशनी चली है। साफ जाहिर है इसको लेकर डाक्टर की लापरवाही का खामियाजा किसी ओर को भुगतना पड रहा हैं। जांच के चलते अब विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने PGIMS की ओर से उसे मुआवजा देने के आदेश जारी किया गया है। (PGI Rohtak)
बता दे कि राजू को डॉक्टरों ने मोतियाबिंद की पुष्टि के बाद 26 जून 2024 को उनका ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन के बाद उन्हें उसी दिन घर भेज दिया गया, लेकिन रात होते-होते आंख में तेज दर्द और परेशानी शुरू हो गई। अगली सुबह पीजीआई पहुंचने पर डॉक्टरों ने परीक्षण में बताया कि उनकी दाईं आंख की रोशनी चली गई है।
जांच के लिए बनाई कमेटी: उन्होंने कहां कि इस घटना की विस्तृत जांच के लिए एक समिति गठित करने के आदेश दिए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि पीजीआईएमएस द्वारा विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।Rohtak PGI
बता देकि मोतियाबिंद का इलाज कराने पहुंचे इस्माईला गांव के 40 वर्षीय राजू की दाईं आंख की रोशनी ऑपरेशन के बाद चली गई। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने अस्पताल प्रशासन को मरीज के इलाज और क्षतिपूर्ति का पूरा खर्च वहन करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री ने कहा कि वे स्वयं भी अपने स्वैच्छिक कोष से पीड़ित को समान राशि देंगे और रेडक्रॉस सोसायटी से भी उसके लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।

















