Rewari: करीब में दो माह के बाद हुई बारिश से एक ओर कस्बे में एक्यूआई (IQI Reduced) धडाम से गिर गया है। इतना ही नहीं गर्मी से लोगों को काफी राहत मिली हैं। पिछले छह दिन कसबे में एक्यूआई करीब 40 फीसदी कम हो गया हैं। सुबह सुबह मौसम में कोहरा छाया रहा।
बता दे कि गर्मी के मौसम में तापमान उंचा होता है और हवा की गति धीमी हो जाती है। इस स्थिति में, प्रदूषक कण वातावरण में ज्यादा समय तक बने रहते हैं, जिससे एक्यूआई खराब हो जाता है। गर्म हवा की वजह से प्रदूषकों का फैलाव भी बढ़ जाता है, जो वायु गुणवत्ता को और भी अधिक प्रभावित करता है।
एक्यूआई को विभिन्न प्रदूषकों के स्तर के आधार पर मापा जाता है, जैसे कि पीएम2.5, पीएम10, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2), सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO), और ओजोन (O3)। प्रत्येक प्रदूषक का एक अलग-अलग एक्यूआई मान होता है, जिसे मिलाकर कुल एक्यूआई का निर्धारण किया जाता है।
एक्यूआई स्तर
0-50: अच्छा
51-100: संतोषजनक
101-200: मध्यम
201-300: खराब
301-400: बहुत खराब
401-500: गंभीर
बारिश का एक्यूआई पर प्रभाव
बारिश का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। जब बारिश होती है, तो यह हवा में मौजूद प्रदूषकों को जमीन पर लाने में मदद करती है।
इससे हवा में धूल, धुआं और अन्य हानिकारक कणों का स्तर कम हो जाता है, जिससे एक्यूआई में सुधार होता है। बारिश के पानी की बूंदें वायु में मौजूद कणों को घोल लेती हैं और उन्हें नीचे गिरा देती हैं, जिससे वायु का शुद्धिकरण होता है।