Health Tips: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक तनाव एक बड़ी चुनौती है। उम्र दराज ही नहीं बच्चे भी आजकल तनाव में आ जाते है। अक्सर लोग इसे कम करने के लिए तुरंत समाधान खोजते हैं। कई बार ये तनाव इतना बढ जाता है आदमी नशे की लत में पड जाता है। ऐसा लगता है जैसे हर कोई सिर्फ भाग ही रहा हैं कोई किसी काम के लिए तो कोई अपना नाम बनाने के लिए भाग रहा है, किसी को अपनी जिम्मेदारियां निभानी हैं तो किसी को अपने सपने पूरे करने हैंं
ऐसे में नशे कुछ समय तो राहत मिलती है लेकिन फिर दोबारा से तनाव ओर बढ जाता है। अगर आप भी तनाव से झूज रहे है यहां जानिए तनाव करने की टिप्स
मशहूर डॉक्टर मानसिक शांति बनाए रखने के लिए तीन ऐसे ‘टिप्स’ साझा किए हैं, जो हमारी जीवनशैली और सोच में गहरे बदलाव ला सकते हैं। ये तीन सिद्धांत हमें यह सिखाते हैं कि तनाव का मुख्य कारण बाहरी परिस्थितियां नहीं, बल्कि हमारी आंतरिक अपेक्षाएं और शिकायतें हैं।Health Tips
डॉक्टर कहना है कि यदि हम अपनी पुरानी शिकायतों को छोड़ दें, तो हम एक स्थायी शांति का अनुभव कर सकते हैं। इन ‘हैक्स’ को अपनाना मस्तिष्क के कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) के स्तर को नियंत्रित करने का एक अचूक तरीका है। आइए इस लेख में डॉक्टर के बताए गए तीन टिप्स के बारे में विस्तार से बताता है, जिन्हें कोई भी व्यक्ति अपनी दिनचर्या में शामिल करके तनाव-मुक्त जीवन जी सकता है।
पहली सीढ़ी है क्षमा करना: मानसिक शांति की पहली सीढ़ी है क्षमा करना। डॉक्टर गणला के अनुसार, कई लोग अपने माता-पिता को अपने करियर या जीवन की रुकावटों के लिए कोसते रहते हैं। वे सोचते हैं कि माता-पिता को उनके लिए कुछ और करना चाहिए था। यह सोच गलत है। उनका कहना है कि आपके माता-पिता ने अपने समय की अर्थव्यवस्था और सीमित संसाधनों के हिसाब से हमेशा सबसे अच्छा ही किया।
इस ‘नादानी’ को छोड़ दें क्योंकि कोई भी इंसान आपकी ग्रोथ में बाधा डालने के लिए जिम्मेदार नहीं है। एक बार जब आप अपने माता-पिता की शिकायतों को अपने दिमाग से निकाल देंगे, तो दूसरों को माफ करना बहुत आसान हो जाता है।
मौके का पूरा लाभ उठाएं: दूसरा दिलचस्प बात बताते हुए कहा कि हमारा समय और ऊर्जा बहुत सीमित है। उम्र बढ़ने के साथ यह समझ आती है कि हम सब कुछ नियंत्रित नहीं कर सकते। इसलिए, यह सोचने में ऊर्जा बर्बाद न करें कि ‘काश मैं वहां होता’ या ‘यह करने से क्या होगा’।
इसके बजाय, जो भी मौका मिल रहा है, उसे तुरंत लें और उसका पूरा लाभ उठाएं। अगर कोई दोस्त हिमालय जा रहा है, और आप जा सकते हैं, तो तुरंत जाएं! क्योंकि ‘एवरीथिंग कैन लिटरली बीइंग द लास्ट’ (हर मौका आखिरी हो सकता है)। बस उठो, और मौके में शामिल हो जाओ।
वर्तमान पर ध्यान दें: तीसरा सबसे बड़ा तनाव कम करने वाला तरीका है, यह स्वीकार करना कि किसी को भी अपना ‘प्लान A’ नहीं मिलता। बहुत से लोग जीवन में सफलता का एक निश्चित खाका तैयार करते हैं। जैसे बीच पर बंगला, पहाड़ पर घूमना, और सब कुछ मेरी इच्छा के अनुसार हो।
इन तीन सिद्धांतों को अपनाने से आप जीवन की अनिश्चितताओं को स्वीकार करना सीख जाते हैं। जब आप शिकायतें छोड़ते हैं, वर्तमान के अवसरों का आनंद लेते हैं और अवास्तविक अपेक्षाओं को त्यागते हैं, तो आपका मस्तिष्क शांत होता है।

















