कपास का क्लेम, खूखे का मुआवजा नहीं मिला, खाद के लिए मारी जारी
Haryana News: किसान की आय को बढाने के दावे करने वाली सरकार किसान विरोध बनी हुई है । प्रशासन की लापरवाही के चलते अभी तक 2023 की कपास का क्लेम भी नहीं मिला है। किसानों को और पीछे ओलावृष्टि हुई थी उनका मुआवजा भी अब तक नहीं आया है।
यूनियन प्रधान समय सिंह Rewari ने बताया कि यह सरकार सूखे के नाम से ₹2000 दे रही है वह भी 30% लोगों के ही आए हैं। जबकि 70% अभी बाकी ह। पिछली बार के बाजरे के पैसे भी भावांतर के नहीं आए हैं। किसानों को खाद के लिए भी बहुत परेशानी झेलनी पड़ रही है। सुबह से ही लंबी-लंबी लाइने लग रही है।
Rewari: बैठक आयोजित कर भारतीय किसान यूनियन ने दी आंदोलन की चेतावनी
खाद के लिए मारामारी: खाद केे लिए किसान सुबह से ही धूप में खड़े हैं फिर भी उनको खाद नहीं मिल रहा है। प्रधान ने कहा है कि दो-तीन दिन के अंदर पांच लोगों की कमेटी डीसी साहब से मुलाकात करेंगी। अगर फिर भी समाधान नहीं हुआ तो यह बड़े आंदोलन के रूप में कार्य करेगी । उसके जिम्मेदार विभाग और सरकार होगी ।
मुन्नी बूढपुर बनी महिला जिला प्रधान: भारतीय किसान यूनियन चढूनी जिला रेवाड़ी की मासिक मीटिंग बुधवार किसान भवन में उपप्रधान जगदीश गुर्जर की अध्यक्षता में हुई। इस मौके पर मुन्नी बूढपुर को महिला जिला प्रधान बनाया गया और नए मेंबरो को यूनियन सदस्ता दिलाकर शपथ दिलाइ गईं।
बैठक में ये रहे मौजूद: इस मौके पर समय सिंह प्रधान, जगदीश गुर्जर, संवाचंद लंबरदार, मुन्नी भूढपुर,सुरेंद्र,राज सिंह ढिल्लों,राजकुमार, डॉक्टर रोहतास, कैलाश, शीशराम, ओमप्रकाश आदि किसान मौजूद थे