Haryana : हरियाणा सरकार नागरिक अस्पतालों में अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सेवा देने के दावे तो करती है, लेकिन धरातल पर ऐसा नहीं है। कारोना काल में रेवाड़ी नागरिक अस्पतात को मिले पांच वेंटिलेटर चिकित्सकों के अभाव में सफेद हाथी स़िद्ध हो रहे है। आलम यहां तक है चार साल से ज्यादा समय बीतने के बावजूद आज तक इसके के लिए विशेषज्ञ भर्ती नहीं किए गए है।
बता दे कि कोरोना काल में अस्पताल को पांच वेंटिलेटर मिले थे । करीब चार से शहर के नागरिक अस्पताल में पांच वेंटिलेटर उपलब्ध हैं लेकिन इसके विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। यदि मरीज को ज्यादा समय रखने की जरूरत होती है तो उसे रेफर करना पड़ता है।
स्टाफ का अभाव: अस्पतालव में कर्मचारियों की कमी है।। उन वेंटिलेटर का उपयोग अब ना के बराबर हो रहा है। ऐसे में मरीज भी काफी परेशान रहते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी वेंटिलेटर रूम में कुछ निर्माण का कार्य होना है, जिस वजह से अब मरीजों को भर्ती नहीं किया जाता है। चार साल से यही कह पीछा छुडका रहे है।
नागरिक अस्पताल की नई बिल्डिंग में निर्माण कार्य शुरू किया गया है। फिलहाल स्टाफ नही है। इसे लेकर डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया गया है। कार्य पूरा होने के बाद फिर से वेंटिलेटर की सुविधा मिल सकेगी। -डॉ. अशोक कुमार, PMO