Delhi Blast Update: दिल्ली के लाल किले के पास हुए 10 नवंबर के भीषण धमाके की जांच में सुरक्षाबलों को बड़ा सुराग मिला है। जांच एजेंसियों को पकड़े गए संदिग्धों के मोबाइल फोन और लैपटॉप से ऐसे फोटो, वीडियो, रूट मैप और कोड लैंग्वेज में चैट मिली हैं, जिनसे पता चलता है कि साजिश सिर्फ एक जगह तक सीमित नहीं थी। जांच में पुलिस ने मोबाइल-लैपटॉप से तस्वीरें, वीडियो और कोडेड चैट बरामद किया है। Delhi Blast Update
ये भी थे निशाने पर: जांच में पता चला है लाल किले के साथ एक मेट्रो स्टेशन और दो भीड़भाड़ वाले बाजारों की तस्वीरें भी डिवाइस से बरामद हुई हैं। हालांकि ये स्थान कौन-से थे, इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हो पाई है, लेकिन जांच में साफ है कि सभी लोकेशन दिल्ली की ही हैं। यानि लाल किले के साथ साथ अन्य तीन जगह भी ब्लास्ट करने की योजना थी। Delhi Blast Update
एजेंसियों ने 10 नवंबर को जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में छापेमारी करते हुए एक बड़े ‘‘सफेदपोश आतंकी नेटवर्क’’ का पर्दाफाश किया था। कार्रवाई में 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी और तीन डॉक्टरों सहित कुल आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसी बीच लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धीमी गति से चल रही एक कार में धमाका हुआ। जांच में साफ जाहिर किया कई जगह ब्लास्ट की योजना थी।
ब्लास्ट में हुई 13 की मौत: बता दें कि 10 नवंबर को राजधानी में हुंडई आई20 कार में हुए धमाके में 13 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। पता चला है कि कार को डॉ. उमर नबी चला रहा था, जिसे आतंकी मॉड्यूल का मास्टर मांइड माना जा रहा है। जांच में सामने आया है कि यह मॉड्यूल मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े तीन डॉक्टरों की तिकड़ी चलाती थी—उमर नबी, मुजम्मिल गनई और मुजफ्फर राठेर का नाम सामने आया है। इनमें से गनई को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि राठेर अभी फरार है।
जांच एजेंसियां अब बरामद लोकेशन, मैप और चैट के आधार पर संदिग्धों के मूवमेंट और संभावित सहयोगियों की पहचान में जुटी हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस बात का भी पता लगा रही हैं कि क्या इन हमलों के लिए दिल्ली में पहले से कोई सपोर्ट सिस्टम मौजूद था या नेटवर्क बाहरी राज्यों से ऑपरेट किया जा रहा था। मामले में आगे और गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है। Delhi Blast Update

















