धारूहेडा: सुनील चौहान। खटावली ग्राम पोस्ट ऑफिस में पोस्ट ऑफिस योजनाओं से संबंधित कैंप लगाया गया । जिसमे गाव के लोगो ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। महेश कुमार (SDI’P West Gurugram) ने ग्रामीण जनता को पोस्ट ऑफिस की स्कीम के बारे में लोगों को बताया। वहीं पोस्टमास्टर ग्राम खटावली अजय शर्मा ने एसडीआईपी पश्चिमी गुरुग्राम महेश कुमार जी और समस्त ग्रामीण जनता का हार्दिक अभिनंदन किया।
महेश कुमार ने बताया की पोस्ट ऑफिस में पोस्ट ऑफिस में करीब 9 तरह की बचत योजनाएं संचालित होती हैं। इनमें सेविंग अकाउंटस रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट, टाइम डिपॉजिट अकाउंट, मंथली इनकम स्कीम अकाउंट, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम अकाउंट, पब्लिक प्रोविडंट फंड या पीपीएफ अकाउंट, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि अकाउंट आदि।
किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra)
पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र स्कीम सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम है, जिसे कई मायनों में एफडी से बेहतर ऑप्शन माना जाता है. इसमें निवेश करने पर 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. हर तीन महीने पर इस ब्याज दर को रिवाइज किया जाता है, जो अभी बदला नहींन गया है. इस स्कीम में आप कम से कम 1,000 रुपये का निवेश कर सकते हैं. इसके बाद निवेश की रकम 100 रुपये की मल्टीपल में होनी चाहिए. इसमें निवेश की कोई अधिकतम लिमिट नहीं है. केवीपी में निवेश की गई रकम 124 महीने यानी 10 साल और 4 महीने में डबल होती है. साथ ही डिपॉजिट पर इनकम टैक्स कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (National Savings Certificates)
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में भी इनकम टैक्स के सेक्शन के 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है. इस स्कीम की खास बात ये है कि आपकी सेविंग्स बड़ी हो या छोटी, आप इस स्कीम में आसानी से निवेश कर सकते हैं और कुछ सालों में ही बड़ी पूंजी जोड़ सकते हैं. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट योजना की मैच्योरिटी 5 साल की होती है. अगर जरूरत पड़ती है तो आप 1 साल की मैच्योरिटी पीरियड के बाद भी अपनी योजना राशि को निकाल सकते हैं. आप महज 100 रुपए से निवेश शुरू कर सकते है और इस योजना में 6.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है.
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Account)
पोस्ट ऑफिस की सबसे पॉपुलर स्कीम में से है, जिसमें काफी अच्छा रिटर्न मिलता है. हालांकि, यह स्कीम आपकी बेटी के लिए होती है और आप अपनी बेटी के नाम ही इसकी शुरुआत कर सकते हैं. इस स्कीम पर सबसे ज्यादा 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कम से कम 250 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं और ज्यादा से ज्यादा 1.50 रुपये का निवेश कर सकते हैं. साथ ही इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलेगा. परिवार में अगर दो लड़कियां हैं तो दो खाता खोल सकते हैं.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund Account)
पीपीएफ में निवेश करने पर भी सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट मिलता है. टैक्स छूट के लिए निवेश की लिमिट 1.5 लाख रुपये है. इस स्कीम पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. पीपीएफ में बड़े स्तर पर निवेश किया जाता है. पीपीएफ अकाउंट की मैच्योरिटी अवधि 15 साल की होती है. मैच्योरिटी की अवधि पूरा होने के बाद निवेशकों के पास तीन तरह के विकल्प होते हैं. पहला तो यह कि वो अपनी पूरी रकम निकाल लें और अकाउंट बंद कर दें. दूसरा विकल्प यह है कि अगर वे आगे भी इसमें निवेश करना चाहते हैं तो 5-5 साल की अवधि के लिए इस अकाउंट को आगे बढ़ा सकते हैं. साथ ही निवेशकों के पास यह भी विकल्प होता है कि 15 साल पूरे होने के बाद भी वे बिना किसी योगदान के भी इस अकाउंट को जारी रख सकते हैं.
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (Senior Citizens Savings Scheme Account)
यह स्कीम वरिष्ठ नागरिकों के लिए है. वरिष्ठ नागरिक इस योजना में व्यक्तिगत रूप से या संयुक्त रूप से एकमुश्त निवेश कर सकते हैं. सीनियर सिटिजन इस स्कीम के तहत टैक्स ब्रेक के साथ नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं. सीनियर सिटिजन देश के किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में SCSS का अकाउंट खोल सकते हैं. यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है.खाता खोलते समय आप एक किश्त में न्यूनतम 1000 रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं.
















