Suicide: हरियाणा के रेवाडी में हरियाणा पुलिस कर्मी ने तीसरी मंजिल से क्यों लगाई छंलाग, जानिए क्या है पूरा मामला
रेवाडी: जिला रेवाडी के कस्बा धारूहेडा में हरियाणा पुलिस कर्मी ने रविवार रात को अपने ही घर की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी। मृतक की जेब में एक सुसाईड नोट मिला है। थाना धारूहेडा पुलिस ने सुसाईड नोट के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है।मनोहर सरकार का एक ओर तोहफा: इन महिलाओ को मिलेगा बिना ब्याज तीन लाख का लोन, बस ये करना होगा काम
जानिए कौन है कृष्ण– थाना धारूहेड़ा पुलिस के अनुसार बास रोड निवासी कृष्ण कुमार धारूहेड़ा में डायल 112 पर कार्यरत थे। वह कई दिनो से पेरशान चल रहा था। धारूहेडा की एक महिला ने उन पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया हुआ था। बताया जा रहा है महिला की ओर से समझोते के लिए 20 लाख रूपए मांगे जा रहे थे।
दुष्कर्म का था मामला दर्ज– थाना धारूहेडा पुलिस ने दो तीन महीनो तक तो महिला की शिकायत पर मामला दर्ज ही नहीं किया था। वहीं जब अदालत से दबाब आया तो महिला के बयान पर पिछले माह दुष्कर्म के आरोप मे मामला दर्ज कर लिया गया था। पुलिस कर्मी इस बात से परेशान था कि उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज करवाया दिया गया है।Breaking News Dharuhera: हरियाणा पुलिस कर्मी ने तीसरी मंजिल से लगाई छंलाग ?
तीसरी मंजिल से कूदा पुलिस कर्मी* मानकिस प्रताडना से परेशान होकर पुलिस कर्मी ने अपने की मकान तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी। सूचना पकार जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसकी जेब में एक सुसाईउ नोट मिला। सुसाईड नोट में लिखा है महिला उसे जान बूझकर परेशान करती है।रेवाड़ी वार्ड पार्षद दलीप माटा एक साल बाद गिरफ्तार, जानिए क्या था कसूर
वह उसे झूठे केस मे फंसाने की धमकी देते है। वह 20 लाख रूप्ए की मांग कर रही है। उनकी पूरी नौकरी होने को जा रही है। वही कुछ करीब छह माह बात सेवानिवृत होने वाला है। वह समाज में झूठे आरोप से परेशान हो चुका है। पुलिस ने सुसाईड नोट के आधार पर उसके भाई की शिकायत पर महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस पर भी उठे सवाल– क्या पुलिस ने मामले की जांच बिना की मामला दर्ज किय गया। अगर जांच मे दोषी था तो अभी तक काबू क्यो नहींं किया गया। थाना धारूहेडा पहले की बदनाम है। कार्रवाई के अभाव में पहले तीन पुलिस कर्मी व एक थाना अधिकारी सुर्खियों मे आ चुके है जिनको जांच के बाद सस्पेंड कर दिया गया था।
छह माह बाद ही होना था सेवानिव़त: बताया जा रहा है कृष्ण कुमार का करीब छह माह बाद ही सेवानिवृत होना था। महिला के झूठे मुकदमे से उसे इतना कमजोर कर दिया तो उसे यह कदम उठाना पडा। बताया जा रहा है कुछ दलाल ओर वकील इस केस में इससे मोटी राशी लेना चाहते थे इसी लिए इसको मोहरा बनाय गया था।