SBI कस्टमर केयर अधिकारी बनकर भेजा लिंक, टीचर के खाते से डेढ लाख् की ठगी
साइबर गिरोह से जुडे है बैक अधिकारियों से तार, बैेंक में की थी, शातिरो के पास कैसे पहुंचे नंबर
हरियाणा: सुनील चौहान। जिले में साइबर क्राइम कम नहीं हो रहा है। एक बार फिर रेवाड़ी में एक महिला अध्यापक व उसकी बेटी के खाते से शातिर ठगों ने 1.58 लाख रुपए की नकदी साफ कर दी। दोनों के खाते जरूर अलग-अलग हैं, लेकिन खातों में नंबर एक ही एड था, जिसकी वजह से 7 बार में यह नकदी निकाली गई। कुछ ट्रांजेक्शन खाते में हुई तो कुछ पैसे नकद भी निकाले गए हैं। साइबर थाना पुलिस ने महिला अध्यापक की शिकायत पर केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
रेवाड़ी के सरकारी स्कूल में बतौर अध्यापक कार्यरत पूनम यादव सेक्टर-4 में परिवार के साथ रहती हैं। पूनम यादव का सैलरी अकाउंट SBI में है। उन्होंने अपनी बेटी अंजली का अकाउंट भी इसी बैंक में खुलवाया हुआ है। दोनों के खाते में एक ही मोबाइल नंबर एड है। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए उन्होंने SBI की यूनो ऐप डाउनलोड की हुई है। दो दिन पहले ऐप में नेटवर्क की वजह से प्रॉब्लम आ रही है।
गुरुवार को उनके पास एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को SBI का कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए यूनो ऐप की प्रॉब्लम संबंधित जानकारी जुटाई और एक लिंक भेजकर कहा कि इसे क्लिक करने के बाद ऐप ठीक से चलेगी। पूनम को शातिर पर शक इसलिए नहीं हुआ, क्योंकि बैंक के अलावा उसने ऐप की प्रॉब्लम के बारे में सिर्फ बैंक से बात कही थी, किसी और को नहीं बताया था।
पूनम ने लिंक पर क्लिक कर दिया और फिर उनके खाते से दो बार में 20-20 हजार के अलावा 50 हजार 815 व 48 हजार 19 रुपए साफ हो गए। उन्होंने जब बेटी के खाते को चैक किया तो उसमें भी तीन बार में 4900-4900 व एक बार में 10 हजार रुपए निकाले गए। कुल 1 लाख 58 हजार 724 रुपए दोनों खाते से साफ होने के बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
पूनम यादव ने तुरंत बैंक में पता किया तो पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। ट्रांजेक्शन निकलवाई गई तो सामने आया कि एटीएम उनके पास होने के बावजूद कुछ राशि नकद भी निकाली गई है। उन्होंने रेवाड़ी के साइबर थाना में केस दर्ज कराया है। साइबर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।