सम्राट हेमचन्द्र विक्रमादित्य जिन्हें हेमू के नाम से भी जाना जाता है। लगभग 450 वर्ष पूर्व मध्यकालीन भारतीय इतिहास में वह लगातार 22 युद्धों में विजयी हुए थे और अकबर की सेना को परास्त कर दिल्ली की गद्दी पर बैठे थे।बिग सेल आफर के नाम पर हो रही ठगी, जानें कैसे? अलवर व रेवाडी से है नाता इतिहासकारों के अनुसार सम्राट हेमू का जन्म वर्ष 1501 में राजस्थान के अलवर जिले के मछेरी नामक गाँव में राय पूर्ण दास के यहाँ हुआ था। उनके पिता एक पुजारी के रूप में काम करते थे और 1516 में व्यापार करने के लिए मछेरी से रेवाडी आये थे। बता दे कि उन दिनों रेवाडी एक अच्छा व्यापार केन्द्र था और रेवाडी में रहकर ही सम्राट हेमू ने शिक्षा प्राप्त की तथा विभिन्न भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया। यहीं पर आज भी उनका महल है।मुग़ल शासकों के मध्य कम समय में ही कई युद्ध जीतकर सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य जी ने स्वराज स्थापित किया, राज्याभिषेक का वह दिन भारत के लिए गौरवशाली दिन था।
— Manohar Lal (@mlkhattar) October 7, 2023
ऐसे असाधारण नायक सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य जी के “राज्याभिषेक दिवस” पर आज उनकी स्मृति में डाक टिकट जारी किया।
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हेमचंद्र विक्रमादित्य की स्मृति पर डाक टिकट जारी, रेवाड़ी व पानीपत में बनेगा स्मारक स्थल
हरियाणा: नई दिल्ली के हरियाणा भवन में हेमचंद्र विक्रमादित्य की स्मृति में शनिवार को संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के तहत एक समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे।Monu Manesar 4 दिन के पुलिस रिमांड पर, खुलेगे कई राज, राजस्थान जेल से लाया गया पाटोदी
केंद्रीय संचार राज्यमंत्री देवु सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि संत-महापुरुषों के विचारों को याद करने का सबसे अच्छा उदाहरण हरियाणा सरकार द्वारा पूरे देश में दिया जा रहा है। इस दौरान सीएम खट्टर ने और केंद्रीय संचार राज्य मंत्री ने सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य राज्याभिषेक दिवस के अवसर पर लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
सीएम ने कहा बताया कि सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य की स्मृति में रेवाड़ी व पानीपत में में स्मारक बनाए जाएंगे। दोनो जिलो में “संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना” के तहत में 4 से 5 एकड़ भूमि में यह स्मारक बनाए जाने है। शनिवार को उनके नाम डाक टिकट भी जारी किया गया।
दिल्ली की गद्दी पर किया था राज
सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य एक हिंदू राजा थे जिनमें वीरता, सामरिक कौशल और राजनीतिक दूरदर्शिता का अद्भुत मिश्रण था. वहीं, कुतुबपुर में हिंदू सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य की हवेली करीब 700-800 वर्ग गज है, जो करीबन 1000 साल पुरानी है.