हरियाणा: हरियाणा के पानीपत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रविवार को स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। नीरज विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट हैं। इससे पहले उन्होंने रजत पदक जीता था। नीरज के पिता ने कहा कि घर से 15-16 किमी दूर जाकर प्रैक्टिस करते जाते थे।Nuh Violence: क्या है ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा, जल गया हरियाणा, फिर भी क्यों नहीं मिली अनुमति
पाकिस्तान का नदीम रहा दूसरे स्थान पर
नदीम ने अपने तीसरे प्रयास में 87.82 मीटर का थ्रो फेंका और दूसरे स्थान पर रहे। प्रतियोगिता का कांस्य पदक चेक गणराज्य के जाकूब वाल्देज ने जीता, उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86.67 मीटर रहा। नीरज के पिता सतीश कुमार ने कहा, “गोल्ड मेडल जीतने पर हमें अपने बेटे पर गर्व है। हमारे इलाके में खेल की सुविधाओं का अभाव है। वह अपने खेल के लिए घर से 15-16 किलोमीटर दूर जाता था।

जानिए किस किस को मिली फाइनल में जगह
नीरज चोपड़ा के अलावा भारत के किशोर जेना और डीपी मनु ने भी फाइनल में जगह बनाई थी और उन्होंने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया। किशोर जेना ने पांचवें प्रयास में 84.77 मीटर का थ्रो फेंका और पांचवें स्थान पर रहे। वहीं डीपी मनु 83.72 के प्रयास के साथ छठे नंबर पर रहे।
पूरे देश को थी उम्मीद
नीरज के परिजनो ने कहा- बेटे ने ऐतिहासिक मेडल जीत। देश को उम्मीद थी। जीत की खुशी गांव में मिठाई बांट कर जश्न मनाया गया। फाइनल में नीरज को पाकिस्तान के अरशद नदीम से कड़ी टक्कर मिली, लेकिन वह 88 मीटर के मार्क को पार नहीं कर पाए।मशहूर फिल्म एक्टर और बॉलीवुड के बादशाह Shah Rukh Khan के घर प्रदर्शन.. जानिए क्यों
फाइनल में नीरज ने पहले प्रयास में फाउल किया, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने 88.17 मीटर का भाला फेंका जो उन्हें पीला तमगा दिलाने के लिए पर्याप्त रहा। नीरज ने क्वालीफाइंग दौर में 88.77 मीटर का थ्रो फेंका था, जो उनका टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
















