लार्ड शिवा सोसायटी रेवाडी: सहायक रजिस्ट्रार सहित तीन कर्मचारियों पर FIR
रेवाडी: भ्रष्टाचार किस कदर हावी है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। रेवाडी की लार्ड शिवा सोसायटी में एक फ्लैट को बेचने के लिए मोटी रिश्वत ली गई थी। जांच में हुए खुलासे के बाद सहायक रजिस्ट्रार कापरेटिव सोसायटी कार्यालय के तीन कर्मचारियों पर मामला दर्ज किया गया है।
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माडल टाउन थाना पुलिस ने लिपिक नवल सिंह, लिपिक जिले सिंह व उप अधीक्षक इंद्र सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में विभाग के ही दो बड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई की सिफारिश पहले की जा चुकी है। विभाग के ज्वाइंट रजिस्ट्रार योगेश शर्मा की जांच में घालमेल सामने आने के बाद कड़े कदम उठाए गए हैं।
रिकार्डिंग आई थी सामने:
रेवाडी के सेक्टर तीन में लार्ड शिवा सोसायटी है। तिहाड़ा गांव के रहने वाले नरेश कुमार इस सोसायटी में शुरूआती सदस्य थे। 7 नवंबर 2011 को सोसायटी के तत्कालीन सदस्यों ने उनकी सदस्यता को समाप्त करके कोसली निवासी कृष्णा यादव को उनकी सदस्यता ट्रांसफर कर दी थी। इस मामले में नरेश कुमार ने आरोप लगाए थे कि उनके फर्जी कागजात और फर्जी साइन करके उनकी सदस्यता और फ्लैट को ट्रांसफर किया गया।
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पहले किया सस्पेंड, अब हुआ मामला दर्ज
इन तीनों ही कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आने पर मामला सहकारिता मंत्री डा. बनवारीलाल तक पहुंच गया था। सहकारिता मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
जिसके बाद ज्वाइंट रजिस्ट्रार योगेश शर्मा ने साक्ष्यों के आधार पर इन तीनों कर्मचारियों को दिसंबर 2022 में सस्पेंड कर दिया तथा एफआइआर के भी आदेश जारी किए थे। अब तीनों कर्मचारियों पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है।
विवादों में है ये सोसायटी
शहर के सेक्टर तीन के पार्ट टू में स्थित लार्ड शिवा ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के लिए लगभग 13 साल पहले जमीन का आवंटन हुआ था। इसमें अधिकतर रिटायर्ड और सेवारत कर्मचारी है। यह सोसायटी छह साल पहले बनकर तैयार हुई थी। फिर आरडब्ल्यूए का भी गठन हुआ था।
तत्कालीन सहायक रजिस्ट्रार प्रवीण कुमार कादियान ने सात जनवरी 2022 को रिपोर्ट दी थी कि कागजातों पर नरेश कुमार के साइन सही हैं और नियमों का पालन करके ही उनके फ्लैट को ट्रांसफर किया गया है।
नरेश कुमार को सोसायटी की सदस्यता का कोई हक नहीं है। इस मामले की जांच एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के पास चली गई जिन्होंने उक्त मामले में सात जनवरी 2022 को उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां के नेतृत्व में टीम गठित करके रिपोर्ट मांगी थी।
नरेश कुमार के साले मुख्तयार सिंह ने रजिस्ट्रार कार्यालय गुरुग्राम के डिप्टी सुपरीटेंडेंट इंद्र सिंह, सहायक रजिस्ट्रार कार्यालय रेवाड़ी के क्लर्क नवल व क्लर्क जिले सिंह से बातचीत की। आरोप है कि इन लोगों ने इस मामले का फैसला नरेश कुमार के पक्ष में कराने की एवज में दो लाख रुपये की रिश्वत ली।