Lok Sabha Election: हरियाणा की इस होट सीट पर कांग्रेस ने अभिनेता राज बब्बर पर लगाया दाव, हुड्डा खेमा कैप्टेन पर हुआ हावी

हुड्डा खेमा कैप्टेन पर हुआ हावी
हुड्डा खेमा कैप्टेन पर हुआ हावी

Lok Sabha Election:: काफी मशक्कत के बाद आखिर कांग्रेस से गुरूग्राम साइबर सीटी से लोकसभा सीट के प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत को टक्कर देने के लिए ​अभिनेता राज बब्बर पर दांव लगाया है।

जानिए दूसरी पार्टियों से कौन है प्रत्याशी Lok Sabha Election:
बसपा ने भी गुड़गांव लोकसभा सीट से जिलाध्यक्ष विजय खटाना को लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। वहीं, भाजपा ने इस सीट पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को मैदान में उतारा है। वहीं काग्रेस ने अब भिनेता राज बब्बर पर दांव लगा दिया है।

कैप्टने को निराशा: प्रदेश कमेटी की ओर से कुछ दिन पहले गुड़गांव लोकसभा सीट के लिए दो नामों का पैनल राष्ट्रीय कमेटी को भेजा गया था। इसमें फिल्म अभिनेता राज बब्बर और कैप्टन अजय सिंह यादव का नाम शामिल थे। पार्टी ने अब राज बब्बर पर भरोसा जताया है। ऐसे में कैप्टेन का इस बार निराशा ही हाथ लगी है।

जानिए क्या है राजब्बर का राजनेतिक इतिहास

बता दे कि बालीवुड से राजब्बबर काफी चर्चा में रहे है। फिल्मी जगत को त्याग कर 1989 में राज बब्बर वीपी सिंह के नेतृत्व वाले जनता दल से जुड़े। बाद में वह जनता दल छोड़कर समाजवादी पार्टी से जुड़ गए।

2006 में हुआ निलंबित
उन्हें 2006 में समाजवादी पार्टी से निलंबित कर दिया गया। वह 2008 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वह तीन बार लोकसभा सांसद और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। इतिहास जीवन में उनको काफी सफलता मिली है। लेकिन अब देखना यह है कि साइबर सीटी में केंद्रीय मंत्री को टक्कर दे पाएंगें।

  • 1994 से 1999 तक राज्यसभा के सदस्य रहे।
  • 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार जीत दर्ज की।
  • 2004 में उन्होंने भाजपा पार्टी के मुरारी लाल मित्तल फतेहपुरिया को हराया।
  • 2009 में लोकसभा में फिर से जीत दर्ज की।
  • 2015 में राज्यसभा (दूसरा कार्यकाल) के लिए फिर से चुना गया।

अपने ही घर में मिली थी हार: यूं तो उसे राजनीति में काफी सफलता मिली है। लेकिन
2019 के लोकसभा चुनाव में आगरा जिले के फतेहपुर सीकरी से मैदान में उतरे राज बब्बर को अपने गृह जिले में ही हार झेलनी पड़ी। वो भाजपा के राजकुमार चाहर से हार गए थे।

किस खैमे से है राजबब्बर
राज बब्बर के नाम पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं में जबजदस्त खींचतान चल रही थी। कैप्टन अजय यादव अपने लिए टिकट चाहते थे। जिसको लेकर उन्होंने कांग्रेस हाईकमान तक को कई बार आखें दिखाई थी। हालांकि राज बब्बर को टिकट दिलाने की पैरवी हुड्डा का खेमा कर रहा था। जो कि आज राज बब्बर को टिकट दिलाने में कामयाब रहे।