डस्ट कलेक्टर ब्लास्ट से 16 श्रमिकों की मौत, मामला दर्ज के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
Life Long Rewari Blast धारूहेड़ा: यहां की लाईफ लॉग कंपनी (life long Dharuhera) में डस्ट कलेक्टर से झुलसे 16 श्रमिको की मोत हो चुकी है। हादसे के 33 दिन बीतने के बावजूद आरोपियो की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। प्रशासन विभाग ने इस मामले को अब ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
बता दे 16 मार्च को लाइफ लॉग कंपनी डस्ट (Blast in Rewari) कलैक्टर में बलास्ट हो गया था। उस दिन 39 श्रमिक झुलसे गए थे। झुलसे हुए श्रमिको को रेवाडी, धारूहेडा भर्ती करवाया गया था। हालात गंभीर के चलते 23 श्रमिको में 16 श्रमिको की मौत हो चुकी है। एसआईटी रिपोर्ट के चलते हादसे के लिए ठेकदार व कंपनी मालिक है। सुरक्षा नियमों की अवहेलना के चलते ही यह हादसा हुआ है। हादसे के झुलसे चार श्रमिक अभी भी उपचाराधीन है।
मामला दर्ज मगर कार्रवाई नही: पुलिस श्रमिको के काफी विरोध के बाद 17 मार्च का कंपनी मालिक विजय व ठेकेदार शिव के कुमार के खिलाफ मामला दर्ज तो कर लिया है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर आज तक कुछ नहीं हुआ हैं।
प्रशासन की मिली भगत के चलते अब मामले दबा दिया गया है। श्रमिको ने यहां नौकरी छोड देने के चलते एक तरफा केस हो गया हैं यानि श्रमिको की ओर से कोई पैरवी ही नहीं कर रहा है।
नए श्रमिक भर्ती: हादसे के बाद काफी श्रमिक यहां से नौकरी छोड कर चल गए है। अब ठेकेदार ने न श्रमिक काम पर रख लिए है। घायल हुए श्रमिक जहां अपने गांव चले गए है। महेंद्रगढ में हुए स्कूल बस हादसे के बाद अब मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। श्रमिक युनियनों का आरोप है प्रशासन ने मामले का पूर्णतया दबा दिया है।
हादसे के दो बाद ही हादसे वाले प्लांट में उत्पादन शुरू कर दिया गया था। 11 दिन बाद 27 मार्च को मुधवन से आई (FSL) एफएसएल टीम ने कंपनी का निरीक्षण किया गया था तथा सेंपल लिए थे। साफ जाहिर है मामला को गंभीरता से नहीं लिया गया। केवल मामले को शांत करने के लिए जांच रिपोर्ट को आगे सरकाया जा रहा है।
थाना प्रभारी ने बताया कि एसआईटी की रिपोर्ट आ चकी है। एएफ एस एल की (FSL) रिपोर्ट अभी बाकी है। जांच में जो भी दोषी होगा उन पर कार्यवाही होगी। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।
जगदीश चंद, थाना प्रभारी धारूहेड़ा।