Haryana Weather: हरियाणा में ठंड का असर तेज होता जा रहा है। सोमवार को यहां रात का न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री दर्ज किया गया जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान है। यह प्रदेश के कई इलाकों में भी सबसे कम तापमान रहा। साथ ही शीत लहर की स्थिति भी बनी रही। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 21 नवंबर तक रात के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। इसके बाद एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है।
कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण बर्फबारी जारी
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, अभी एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में सक्रिय है, जिसके कारण वहां बर्फबारी हो रही है। मंगलवार को हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में हवाओं का रुख बदला। उत्तरी पश्चिमी हवा की जगह उत्तरी पूर्वी हवा चलने लगी। इससे रात का तापमान गिरा लेकिन दिन का तापमान हल्का बढ़ा। प्रदेश के हिसार सहित नौ जिलों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा। इसके अलावा वातावरण में नमी बढ़ने से सुबह के समय उत्तरी जिलों में हल्का कोहरा और धुंध भी देखने को मिली।
आने वाले दिनों का मौसम रहेगा शुष्क
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, आने वाले दिनों में मौसम सामान्यत: शुष्क रहेगा। 21 नवंबर को एक बार फिर कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इस कारण हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में कहीं-कहीं आंशिक बादल छाए रहेंगे और तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
23 नवंबर से बढ़ेगी ठंड
23 नवंबर से हरियाणा में ठंड अपने असली तेवर दिखाने लगेगी। उत्तरी पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और हवाओं का रुख उत्तरी होने से दिन और रात दोनों के तापमान में गिरावट आएगी। ठंड की चुभन तेज होने के साथ ही लोगों को गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस होगी।
सावधानी और तैयारियां जरूरी
ठंड के बढ़ने के साथ बुजुर्ग और बच्चों को विशेष सावधानी रखनी चाहिए। इसके अलावा सुबह के समय कोहरे के कारण सड़क मार्ग पर विजिबिलिटी कम हो सकती है इसलिए ड्राइविंग करते समय सावधानी बरतनी जरूरी होगी। मौसम विभाग की लगातार जानकारी लेते रहना भी जरूरी है ताकि मौसम के अचानक बदलाव से बचा जा सके।

















