Haryana News: हरियाणा के सोनीपत जिले में रोहतक डिस्ट्रीब्यूटरी नहर टूटने से किसानों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। सोमवार सुबह करीब छह बजे अचानक नहर का बांध टूट गया और तेज बहाव का पानी आसपास के खेतों में फैल गया। देखते ही देखते लगभग 70 एकड़ भूमि पानी में डूब गई। खेतों में खड़ी गेहूं और गन्ने की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुईं।
किसानों ने उठाई लापरवाही की बात
स्थानीय किसानों ने नहर टूटने की जिम्मेदारी विभाग के अधिकारियों पर डालते हुए कहा कि समय पर नहर की सफाई नहीं कराई गई। कई जगह चूहों ने नहर को अंदर से खोखला कर दिया था और बड़े-बड़े छेद बन गए थे। किसानों का दावा है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद नहर की मरम्मत नहीं की गई। उनका कहना है कि विभाग की इसी लापरवाही का नतीजा आज उन्हें भारी नुकसान के रूप में भुगतना पड़ रहा है।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
नहर टूटने की जानकारी मिलते ही प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। दो जेसीबी मशीनों की मदद से नहर को बंद करने और पानी के बहाव को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक नहर को रोकने का काम लगातार जारी था, ताकि और अधिक फसल पानी में न समाए।
फसलों को भारी नुकसान
किसानों ने बताया कि इस समय खेतों में पानी की कोई जरूरत नहीं थी। लेकिन अचानक आए तेज पानी ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। गेहूं और गन्ने की फसलें जलमग्न हो गईं और खराब होने लगीं। किसानों का कहना है कि उनका कई महीनों की मेहनत और निवेश बर्बाद हो गया है।
अब किसान प्रशासन से नुकसान की भरपाई व मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब नुकसान विभाग की लापरवाही से हुआ है तो इसकी जिम्मेदारी भी प्रशासन को ही लेनी चाहिए।

















