CBI: करीब पांच चार से नपुंसक बनाने वाले से राहत मिलने के बाद अब एक बार फिरडेरा सच्चा सौदा (Dera Sacha Sauda) के मुखी राम रहीम (Ram Rahim) की मुश्किलें बढ़ने जा रही है। साधुओं को डेरे में ईश्वर से मिलाने के नाम पर नपुंसक बनाने का मामला कोर्ट में एक बार से उजागर हो गया हैं इसी चलते अब अस पर ट्रायल शुरू होगा।
बता दे कि डेरा मुखी (Gurmeet Ram Rahim) को इस केस की डायरी और गवाहों के बयानों की कॉपी सौंपने देने के बाद पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। इसी के चलते अब दोबारा केस उठ गया है।CBI
बता दे कि साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में हाईकोर्ट ने सीबीआई (CBI) की याचिका पर 2019 में केस को लेकर ट्रायल पर रोक लगा दी थी। पिछले पांच साल ये केस का ट्रायल रुका हुआ है। लेनिक अब इस केस का फैसला आने पर फिर से ट्रायल किया जाएगा।CBI
बता दे डेरा मुखी (Gurmeet Ram Rahim) के खिलाफ डरे में साधुओं नपुंसक बनाने के मामले में हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। याचिका के चलते याची ने डेरा मुखी (Gurmeet Ram Rahim) लगाए थे कि आश्रम में साधुओं को ईश्वर से मिलाने के नाम पर नपुंसक बनाया जा रहा है।
इतना ही नही पीडित यानी याची ने ये भी दावा किया था कि वह खुद बाबा का शिकार हुआ है। उसके शरीर में काफी बदलाव होने लगे हैं। यानि वह नपुंसक हो गया है। उनकी शिकायत पर हाईकोर्ट ने मामले की लंबी सुनवाई के बाद सीबीआई जांच का आदेश भी दिया था।
नपुंसक बनाने को लेकर ये केस पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में चल रहा है। लेकिन 16 फरवरी 2019 को सीबीआई कोर्ट (CBI Court) ने इस केस की डायरी और गवाहों के बयानों की कॉपी डेरा मुखी (Gurmeet Tam Rahim) को देने का आदेश दे दिया था।CBI
हाईकोर्ट में चुनौती : जैस ही ये कॉपी डेरा मुखी को दी गई तो सीबीआई ने हाईकोर्ट में चुनौती दे दी थी। हाईकोर्ट (Highcourt) ने उसके बाद ट्रायल पर रोक लगा दी थी । लेकिन अब ये मामला दोबरा से उजाकर होग गया है यानि अब हाईकोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित कर लिया है।