Govardhan Puja 2024: कब और क्यों मनाया जाता है गोवर्धन पूजा का पर्व? जानिए क्या है इसकी महत्ता

GOVERDHARDHAN PUJA

Govardhan Puja 2024: सनातन धर्म में गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2024) को विशेष महत्त्व है। दीवाली के बाद मनाए जाने वाले इस पर्व की देशभर में खास रौनक रहती है। हांलाकि गांवों को छोडकर शहरो Govardhan Puja की गरिमा धीरे धीरे विलुप्त होती जा रही है।

बता दे कि इस दिन गाय के गोबर से भगवान श्रीकृष्ण का चित्र बनाया जाता है, जिनकी शुभ मुहूर्त के दौरान विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। इसी दिन काफी व्यंजन बनाए जाते है। इतना ही नहीं प्रभु के प्रिय भोग यानि व्यंजन भी अर्पित किए जाते हैं। Govardhan Puja 2024

मिलती है मन को शांति: धार्मिक मान्यता है कि इन कार्यों को करने से साधक को सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए दान भी किया जाता है।

धारूहेड़ा के ठाकुर जी मंदिर में भंडार लेते लोग
धारूहेड़ा के ठाकुर जी मंदिर में भंडार लेते लोग

मंदिरों में छाई रौनक: देशभर में शनिवार को मंदिरो में गोवर्धन पूजा व भंडारे का आयोजन किया गया। जगह जगह आयोजित भंडारोंं में श्रऋालुओ ने प्रसाद ग्रहण किया। Govardhan Puja

औद्योगिक कसबे के सेक्टर चार के शिव मंदिर, सेक्टर छह स्थित पांचीन शिव मंदिर, मैन बाजर स्थित ठाकुर जी मंदिर में गोवर्धन पर्व का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया जा रहा है। मंदिरों में गोवर्धन पूजा के बाद आरती की गई और अन्नकूट के प्रसाद के भंडारे का आयोजन किया गया।

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जानिए क्यो मनाते है गोवर्धन पूजा: मंदिर के पुजारी त्रिभुवन को कोशिक ने बताया कि द्वापर युग में इंद्रदेव ने जब वर्षा नहीं रोकी तो गांव वालों को बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी चिटली उंगली पर उठा लिया और सभी आसपास के गांव के लोगों उस पर्वत के नीचे शरण दी गई। तभी सेGovardhan Puja की जा रही है

जानिए Govardhan Puja  कैसे की जाती है?

गोवर्धन पूजा का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण और प्रकृति को समर्पित होता है। इस दिन महिलाएं भोर में गोबर से गोर्वधन की आकृति बनाकर उनकी पूजा करती हैं और बाद में उसकी परिक्रमा की जाती है। पूजन के बाद प्रसाद के रूप में भोजन लोगों में बांटा जाता है।

Govardhan Puja   के भोग
गोवर्धन पूजा के दिन स्पेशल पकवान बनाया जाता है जिसमें चावल, खीर, पूड़ी, सब्जियां, कढ़ी और तरह-तरह के व्यंजन होते हैं। भोग लगाने के बाद सभी लोगों में प्रसाद के तौर पर यह बांटा जाता है और इसी तरह गोवर्धन पूजा संपन्न होती है। लेकिन दुर्गागय है धीरे धीरे इस पर्व कर महत्त्व विलुप्त होता जा रहा है।

goverdhan puja

Govardhan Puja  2024 समय
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि (Govardhan Puja Date 2024) की शुरुआत 01 नवंबर को शाम 06 बजकर 16 मिनट से होगी।
वहीं, इसका समापन 02 नवंबर को रात 08 बजकर 21 मिनट पर होगा। ऐसे में गोवर्धन पूजा का त्योहार 02 नवंबर (Kab Hai Govardhan Puja 2024) को मनाया जाएगा।