मेरे संज्ञान में मामला है। मै ओर गिरदावर दोनो ही छुट्टी पर है। सोमवार को डयूटी पर आते ही प्राथमिकता से इसे करवा दिया जाएगा। कर्ण सिंह नायब तहसीलदार, धारूहेड़ा
Dharuhera: 10 दिन से घरों में कैद जंगली की ढाणी के लोग ?
रिपोर्ट लेने के लिए भटक रही पंचायत, प्रशासन मौन
Dharuhera: यहां के जंगली की ढाणी के करीब 300 घर सरकारी रास्ते में अभाव में अपने घरो में कैद हो गई। इतना ही नहीं खटावली के सरपंच पैमाइस की कॉपी के लिए पिछले आठ दिन से कार्यालय के चक्कर काट रहे है लेकिन कोई जबाव नहीं दिया जा रहा है।
बता दे कि औद्योगिक कसबे में जंगली की ढाणी बसी हुई है। कई दिन पहले एक किसान ने उनके रास्तों का बदं कर दिया था। किसान ने जब पैमाईस करवाई तो वह जमीन किसान की मिली। 25 जून को गिरादर की अगुवाई में दोबारा पेमाईस करवाई तो किसान की बात सही मिली। ढाणी के सरकारी रास्ता पर एक कंपनी का कब्जा है।
अब कंपनी से कब्जा छुडवाने के लिए पंचायत की ओर केस दायर के लिए रिपोर्ट की जरूरत है जो की पंचायत को अभी नहीं मिली है। साफ जाहिर है लोगो की पीडा को प्रशासन समझ नहीं नही रहा है।
जिसके चलते पैमाईस के बावजूद कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। प्रशासन का भी फर्ज बनता है कपंनी के प्रबंधन से बात चीत करते रास्ता दिलाए। दो बार उपायुक्त, बीडीपीओ का इस बाबत बताया गया, लेकिन रास्ता दिलाने को लेकर प्रशासन बिल्कुल गंभीर नहीं है।
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तहसील में दो बार पैमाईस की रिपोर्ट के लिए जा चुका है। अभी रिकोर्ड में पैमाईस रिपोर्ट नहीं चढाई गई है। बिना रिपोर्ट कोपी हम केस दायर नहीं कर सकते।
खुशीराम, सरपंच खटावली
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