हरियाणा: हरियाणा के भिवानी के गांव रोहनात के ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर पिछले करीब 6 महीने से धरने पर बैठे हुए थे। मांगो को लेकर कई बार प्रशासन के साथ मिटिंग हुई, लेकिन सफलता नही मिली। बुधवार को प्रशासन ने ग्रामीणो की मांगे मान ली है, इसी के चलते धरना प्रदर्शन अब हटा दिया गया है।Gurugram News: हरदेवा मंदिर और रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे बनेगा अंडरपास
मांगो को लेकर धरने व विरोध प्रदर्शन तो वैसे होते ही रहते है। लेकिन हरियाणा में यह पहला गावं है जिसमे इतना लंबा धरना चला। आलम यहां तक ही इस धरने के चलते गांव में लोगो की जान भ्ज्ञी चली गई। बुधवार के प्रशासन की ओर की ओर मांगे मान लेने पर धरना बदं कर दिया गया है।
ये थी मांगें: देश आज़ाद होने के बाद से रोहनात गांव के निवासी अपनी जमीन पाने, गांव को शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे थ। जब लोग पर धरने के चलते पर बैठ गए तो दो लोगो की मौत हो गई। अब मामला ओर भी बिगड गया।
बता दे कि बीते साल गांव में धरने पर संतलाल नामक व्यक्ति की धरने पर हार्ट अटैक से मौत हुई थी। जिसके बाद मामला काफी गर्म रहा और अब 10 दिन पहले वेद प्रकाश द्वारा भिवानी लघु सचिवालय के बाहर धरना पर आत्महत्या करने से मामला सुर्खियों में है। छह माह बाद प्रशासन के आश्वासन पर धरना हटा दिया गया है।
छह माह हुई सुनवाई: प्रदर्शनकारियों और प्रशासन के बीच छठी दौर की बातचीत के बाद मांगो पर सहमति बनी है। वेद प्रकाश और संतलाल के परिवार को आर्थिक सहायता दी गई। साथ ही दोनों के पुत्रों को नौकरी का नियुक्ति पत्र प्रशासन की तरफ से दिया गया इसके साथ ही पुत्र वधू की नौकरी के लिए एक महीने का समय दिया गया।Rewari Accident: तेज रफ्तार ट्रक ने दो महिलाओं को कूचला, हाईवे पर बनीपुर चौक पर हुआ हादसा
जमीन के लिए कमेटी गठित: गांव की जमीन की नीलामी को लेकर गांव रोहनात की जमीन के रिकॉर्ड के लिए 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। अब ग्रामीण और कमेटी के सदस्य सीएम से मुलाकात करेंगे।
गौरतलब है कि देश की आजादी की पहली जंग में 1857 में रोहनात गांव के लोगों ने बड़ी कुर्बानियां दी थी। जिसके चलते अंग्रेजों ने इस गांव के लोगों पर बुलडोजर तक चलवाए गए थे। पूरे गांव को तोप से तबाह किया था। गांव की पूरी जमीन नीलाम कर दी थी।