हरियाणा: विकास कार्यो की गुणवत्ता पर एक बार सवाल खडे हो गए है। दो दिन पहले ही चालू हुए पाली फाटक पर नवनिर्मित पुल का मलबा गिर गया। गनीमत यही रही कोई हादसा नही हुआ।Raksha Bandhan: सावधान! इस बार दो दिन है रक्षाबंधन, जानिए क्या है सही समय
वर्ष 2018 में पाली फाटक पर नवनिर्मित पुल का कार्य शुरू किया था। दो साल से देरी से काम पूरा हुआ। इस पाटक पर लगने वाले जाम से निजात के लिए 6 अगस्त को पुल को अनाधिकृत रूप से ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया था।
रेवाड़ी-जैसलमेर हाईवे नंबर 11 पर बुधवार की शाम को पाली फाटक पर नवनिर्मित पुल का मलबा गिर गया। जबकि दो दिन पहले ही इसे चालू किया। अचालक मलवे गिरने से वाहन चालको अधिकारियो की नींद उड गई है।Haryana: मनोहर सरकार का रक्षाबंधन पर महिलाओं को तोहफा
अब ये सवाल उठता हैं कि सरकारी नुमाइंदों के बिना अनुमति के वाहनों का संचालन कैसे शुरू हुआ। इतना ही नहीं दो साल देरी से तैयार किया ओवरब्रिज पर मेटिरियल भी ऐसा लगाया कि महज दो दिन में मलबा गिर गया। बुधवार को पाली फाटक पर नवनिर्मित पुल का हिस्सा टूटकर गिर गया। 2 वर्ष की देरी से बने पुल ने घटिया सिस्टम की महज दो दिन में ही पोल खोलकर रख दी।
लोगो ने जिल प्रशासन ने ओवरब्रिज बनाने वाले अधिकारियो पर कार्रवाई की मांग की है। दो साल लेट बनाए गए ओवरब्रिज का मलबा गिरना एक बडी समस्या है। अगर ओव्ररब्रिज में मेटिरियल ठीक लगा तो हो यह मलबा गिरता ही नहीं। लोगो की जान के साथ खिलवाड करने वाले अधिकारियो पर कार्रवाई होनी चाहिए।