हरियाणा: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक बार फिर जिला रेवाडी और पलवल को बडी सोगात दी है. ग्रामीण विकास कार्यों के तहत 13 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के 2 नए प्रोजेक्ट को प्रशासनिक स्वीकृति दी है. जिसके चलते रेवाडी में 10.43 करोड़ तथा पलवल मे 2.27 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे.
यहां बनेंगे पंपिंग स्टेशन
PALWAL: जिला पलवल में 100 केएल क्षमता का यूजीटी का निर्माण करने सहित 2 ट्यूबवेलों की स्थापना व वितरण पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जाएगा। जिस पर लगभग 2.27 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इसके अलावा, जल आपूर्ति योजना में सुधार हेतु गांव पचंका तहसील हथीन मे ही कार्य होगा.रेवाडी में तीन व धारूहेडा में सात घंटे बिजली आपूर्ति रहेगी बंद, जानिए गांवों के नाम
जिला रेवाड़ी के रोहराई, कोसली में नहर आधारित औद्योगिक वॉटर वर्क्स और फ्रेश वॉटर हेतु पंपिंग स्टेशन का निर्माण शामिल है। इसकी अनुमानित लागत 10.43 करोड़ रुपये है।
हरियाणा देश का तीसरा राज्य
उन्होंने बताया कि हरियाणा देश का तीसरा राज्य है, जहां ग्रामीण क्षेत्र के हर परिवार को अपने घर में नल से साफ पानी मिलना शुरू हो गया है
ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप जलापूर्ति सुविधा उपलब्ध कराने में हरियाणा अग्रणी है। पेयजल आपूर्ति योजनाएं मुख्य रूप से ट्यूबवेल/सतह स्रोतों और रैनीवेल्स पर आधारित हैं। निजी पानी कनेक्शन की सुविधा के लिए गांवों में वितरण प्रणाली भी स्थापित है।Rewari: Dharuhera में शेरावाली की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा 17 कोरोहराई गांव में ग्रामीणों को मिलेंगे कई लाभ
REWARI: रोहराई गांव में 70 एलपीसीडी की दर से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गांव के भीतर एक स्वतंत्र नहर आधारित वाटर वर्क्स का निर्माण किया जाएगा। गांव रोहराई को वर्तमान में गांव रोझुवास, रेवाड़ी से नहर आधारित योजना के माध्यम से पेयजल आपूर्ति प्रदान की जाती है। वर्तमान जल आपूर्ति की स्थिति 52 एलपीसीडी (प्रतिदिन प्रति व्यक्ति लीटर पानी) है, जोकि वॉटर वर्क्स से दूरी को देखते हुए मौजूदा मांग के अनुसार पर्याप्त नहीं है।राशिफल: इस तीन राशियो की रहेगी आज बल्ले बल्ले, बस ये करना होगा काम
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्वीकृत परियोजना को जल्द से जल्द शुरू करने और परियोजनाओं को निश्चित समयावधि में पूरा करने के लिए समय सीमा निर्धारित करने का निर्देश दिया है।स्थायी पेयजल आपूर्ति उपलब्धता के साथ-साथ रोहराई गांव में ग्रामीणों को कई लाभ मिलेंगे।