100 की जगह 110 का पेट्रोल-डीजल क्यों भरवाते है लोग, जानिए सच्चाई

PETROL PUMP
दिल्ली‘: पेट्रोल-डीजल के रेट आये दिन बढते जा रहे है। इतना ही नहीं तेजी से बढ रहे तेल की डिमांउ के चलते पैट्रोल पंपो तेल चोरी का खेल बढता जा रहा हैं। तेजी से ये मैसेज वायरल हो रहे है तेल की राउड फीगर में नहीं डलवाना चाहिए। जानिए क्या यह बात यही है। इस न्यूज के माध्यम से सारी बातो को जबाव दिया जाएगा। क्या रूकती है चोरी: पेट्रोल-डीजल भरवाते समय आपने भी देखा होगा क‍ि कई लोग 100 की जगह 105 या 110 का तेल लेते हैं। कुछ लोग 500 की जगह 495 का तेल लेना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों का मानना है क‍ि इससे तेल की चोरी नहीं हो पाती और पूरा तेल मिलता है।Rajasthan News: बडी खबर, राजस्थान में बनेगा राजस्थान मेट्रो रेल कॉरपोरेशन, मेट्रो का होगा विस्तार सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें खूब वायरल होती हैं. लेकिन सच क्‍या है। क्‍या सच में 100 की जगह 110 का तेल भरवाने पर सही तेल मिलता है? यहां न्यूज के मामध्य से यह भी जानेंगे क‍ि पेट्रोल डीजल कैसे भराना चाह‍िए, कितने का भराना चाह‍िए क‍ि पूरा तेल म‍िले सके। अगर कम तेल मिल जाए तो कहां पर श‍िकायत करनी चाहिए। श‍िकायत करने के नियम क्‍या हैं। जानिए सच्चाई: पेट्रोल पंप पर जिस अमाउंट में ज्यादा पेट्रोल बिकता है, उसके कोड सेट रखे जाते हैं। जैसे 100, 200, 500 और 1000. इसकी एंट्री के लिए वन बटन सिस्टम होता है। इससे पेट्रोल भरने वाले को आसानी होती है और बार-बार उसे नंबर नहीं दबाना होता है। इसे देखने के बाद लोगों को लगता है क‍ि इन नंबरों में कुछ सेटिंग की गई होगी और तेल कम मिलता होगा। यही वजह है क‍ि लोग मानने लगे हैं क‍ि अगर इन नंबरों से अलग पैसे से तेल ल‍िया जाए तो शायद सही तेल मिलेगा, क्‍योंकि तब तो सेटिंग नहीं होगी।Dayma Family Unique House: हरियाणा राजस्थान की जमीन पर बना घर, तेंदुआ आने से आया चर्चा में जानिए क्या है तेल डालने का सिस्टम: कैसे पेट्रोल की मैपिंग होती है, कैसे तय होता है क‍ि कितने पैसे में क‍ितना तेल देना है। पेट्रोल लेने का सबसे अच्‍छा तरीका क्‍या है। शक हो तो कहां करे शिकायत: अगर आपको पेट्रोल पंप शक है तो चाहें तो माप तौल विभाग में श‍िकायत कर सकते हैं। आप https://pgportal.gov.in/ पोर्टल पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसकी जांच करवा सकते हैं। अगर कम पेट्रोल दिया गया है तो पंप पर भारी जुर्माना लगाने का प्रावधान भी है। फ्लो मीटर से होती गणना पेट्रोल पंप की मशीन लीटर में तेल देने के लिए बनाई गई है. यानी उसकी हर गणना लीटर के ह‍िसाब से की गई है। तकनीकी तौर पर इस मशीन को फ्लो मीटर कहा जाता है। लीटर से रुपये का कन्वर्जन एक सॉफ्टवेयर के जरिए होता है। इसमें पेट्रोल या डीजल का रेट डालते हैं और उससे गणना करके तेल तय किया जाता है।Rajasthan News: बडी खबर, राजस्थान में बनेगा राजस्थान मेट्रो रेल कॉरपोरेशन, मेट्रो का होगा विस्तार जब आप 100, 110 या 120 का तेल लेते हैं तो हो सकता है क‍ि इस गणना में कुछ राउंडऑफ हो जाए। जैसे आपने जो पैसा दिया है उसमें 10.24 लीटर म‍िलना था तो यह 10.2 लीटर कर दिया जाए. लेकिन इसका कोई प्रमाण नहीं है क‍ि 110 या 120 का तेल लेने से आपको ज्‍यादा या फ‍िर सही तेल मिलेगा। जानिए तेल पाने का तरीका अगर आप सही तेल चाहते हैं तो सबसे बेहतर तरीका है क‍ि लीटर के हिसाब से भरवाएं. कभी भी पेट्रोल पंप के प्रलोभन में न आएं कि उनके पास छुट्टा नहीं है. आजकल तो यूपीआई ट्रांसफर का जमाना है तो आप उतना ही पे करें, जितने का तेल ल‍िया है। दूसरी बात, माप तौल विभाग पेट्रोल पंप के फ्लो मीटर का कैलिबेरशन और जांच लीटर में करता है। .