दो विभाग में फंसा मोटर ठीक करवाने का मसला, पेयजल समस्या गहराई
Rewari : गर्मी के मौसम में राजकीय महाविद्यालय खरखड़ा में (kharkada College) पेयजल किल्लत बनी हुई है। लेकिन तीन साल से ठप पानी की मोटर को ठीक करवाने वाले चुप्पे साधे हुए है। आलम यहां तक है कि मोटर ठीक करवाने का मामला दो विभागों में फंसा हुआ है।
बता दे कि खरखड़ा स्थित राजकीय महाविद्यालय में (College Kharkada news) 2018 में पेयजलापूर्ति के लिए जन स्वास्थ्य विभाग रेवाड़ी की ओर से टयूबबैल लगाया था। 2021 में टयूबबैल की मोटर खराब हो गई। उसके बाद से ये टयूबबैल ढप पडा हुआ है। हर बार गर्मी के मौसम में कालेज प्रबंधक इसे ठीक करवाने के लिए जन स्वास्थ्य विभाग को पत्र व्यवहार करता है।
धीरे धीरे ऐसे ही तीन साल निकल गए है। लेकिन तीन साल बीतने के बाजवूद आज तक इस मोटर को ठीक नही करवाया गया है। साफ जाहिर जाहिर है समस्या को लेकर दोनो विभागों की ओर से लापरवाही बरती जा रही है।
राम भरासे जिम्मेदारी: किसी भी कार्यालय में जनस्वास्थ्य विभाग की ओर टयूबबैल लगाने के 5 साल बाद उसे संबधित विभाग को सोंपा जाता है। लेकिन यहां तो न तो मोटर को ठीक करवाया जा रहा है तथा नही कॉलेज को सौंपा जा रहा है। ऐसे में कार्य अधर में लटका हुआ है। सबसे अहम बात यह है विभाग जिम्मेदारी को लेकर गंभीर नहीं है।
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एनजीओ ने डीसी को भेजी शिकायत: एक उम्मीद फाउंडेशन की ओर डा. दया किशन खोला, कांता देवी, राजेश, प्रकाश यादव व सुषमा की ओर से इस समस्या के समाधान के लिए डीसी रेवाड़ी, जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईन व सीएम को शिकायत भेजी है। बताया जा रहा है पिछले साल भी इसको लेकर शिकायत दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।
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हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। अगर विभाग का लेटर मिला तो उसका जबाब दिया जाएगा तथा टयूबबेल को हेड ओवर करवा दिया जाएगा।
दिनेश, जेई, जनस्वास्थ्य विभाग धारूहेड़ा
मोटर खराब होने की मामला मेरे संज्ञान में हैं। गर्मीयों मेंं पानी की किल्ल्त रही है। यह टयूबबैल अभी जन स्वास्थ्य विभाग ने हमारे हैंड ओवर नहीं किया है। इसके लिए कई बार पत्र लिखा जा चुका है। इस समस्या को लेकर हम भी परेशान हैं।
अर्चना सूटटा, प्राचार्य खरखड़ा राजकीय कालेज