Haryana शिक्षा विभाग ने कर्मचारियों की गैरहाजिरी और समय पर न आने की समस्या को रोकने के लिए आधार आधारित फेस रिकग्निशन उपस्थिति प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा विभाग, विनीत गर्ग ने इस व्यवस्था को लागू करने के निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा विभाग में वरिष्ठ अधिकारियों को यह रिपोर्ट मिल रही थी कि कई कर्मचारी समय पर कार्यालय नहीं आते, जिससे कार्य में बाधा आती है। इस नई प्रणाली से कर्मचारियों की उपस्थिति पारदर्शी और वास्तविक समय पर आधारित होगी।
कर्मचारियों के कार्य समय और नई व्यवस्था
नए आदेश के अनुसार, शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक कार्यालय से ही अपना कार्य पूरा करेंगे। इस प्रणाली के तहत उपस्थिति को अपग्रेड किया गया है और अब इसे आधार के आरडी प्रमाणीकरण प्रणाली के साथ पूर्ण रूप से जोड़ा गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि इन निर्देशों का उल्लंघन किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके तहत तैयार किया गया विशेष सॉफ्टवेयर कर्मचारियों की उपस्थिति को अधिक सटीक और वास्तविक समय पर आधारित बनाएगा।
डिजिटल और पारदर्शी उपस्थिति की दिशा में कदम
यह निर्णय शिक्षा विभाग की डिजिटल और पारदर्शी उपस्थिति प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कर्मचारियों की उपस्थिति की निगरानी अब पूरी तरह डिजिटल और वास्तविक समय में संभव होगी। इसके लिए हरियाणा उपस्थिति पोर्टल पर दिशानिर्देश भी उपलब्ध कराए गए हैं। इससे न केवल कर्मचारियों की उपस्थिति का सटीक रिकॉर्ड रखा जा सकेगा, बल्कि कार्य में लापरवाही और गैरहाजिरी जैसी समस्याओं पर भी नियंत्रण रखा जा सकेगा।
जिलों और कार्यालयों में कार्यान्वयन
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, बेसिक शिक्षा अधिकारियों, SCERT गुरुग्राम, विभिन्न शाखाओं और आईटी सेल्स को निर्देश दिए हैं कि वे इस अपग्रेडेड उपस्थिति प्रणाली को जिला मुख्यालयों में लागू करें। यह नई प्रणाली बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट बार-बार दर्ज करने में आने वाली तकनीकी कठिनाइयों को भी कम करेगी। अधिकारियों का मानना है कि इस पहल से न केवल कर्मचारी समय का पालन करेंगे बल्कि विभागीय कार्यों में भी सुधार और पारदर्शिता आएगी।

















