Haryana News: रेवाड़ी जिले के गांव भुरथला के स्वतंत्रता सेनानी हरी सिंह रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। गांव के श्मशान घाट में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। कोसली के तहसीलदार जितेंद्र ने पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्हें अंतिम संस्कार में बडी संख्या में लोग शामिल हुए।
बतो द भुरथला गांव निवासी हरी सिंह 1940 में आजाद हिन्द फौज में भर्ती हुए। अंगेजों के साथ लड़ाई लड़ी और दो साल जेल में बंद रहकर यातनाएं सहीं।
1946 में Pakistan कराची बंदरगाह पर उन्हें छोड़ दिया गया। देश आजाद होने के बाद वो पंजाब आर्म्ड पुलिस में भर्ती हो गए और 1980 में रिटायर्ड आ गए।
कई दिनों से थे बीमार: परिजनों ने बताया कि हरीसिंह (106) पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, जिसके चलते उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन दो दिन पहले ही छुट्टी मिल गई थी।
लेकिन शनिवार देर रात उन्होंनें अपने घर में अंतिम सास ली। रविवार को उनके गांव में ही राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया। प्रशासन से तहसीलदार जितेंद्र के साथ पुलिस की ओर से उन्हें सलामी दी गई। आस पास से गांवों से बडी संख्या में लोग उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए।