दिल्ली: दिल्ली से सटे हरियाणा के टीकरी बॉर्डर पर शुक्रवार रात हालात तनाव भरे बन गए। दिल्ली से हरियाणा की तरफ आने वाली एक तरफ की सड़क अचानक खोलने के प्रयास के विरोध में किसान एकजुट हो गए। आधी रात में ही किसानों ने आंदोलन के मंच से एकजुट होने का ऐलान कर दिया।
किसानों का आरोप है कि पुलिस ने 10 फीट का इमरजेंसी रास्ता खोलने की बात कहकर 40 फीट का रास्ता खोलने का प्रयास किया है। इसके विरोध में किसान पुलिस बैरिकेडिंग के सामने आकर बैठ गए। अभी किसानों के स्टेज से भाषण शुरू हो गए हैं। आमतौर पर भाषण सिर्फ दिन में होते हैं। रात में स्टेज नहीं लगता, मगर इस घटना के बाद किसानों ने रात में स्टेज लगा दिया। मौके पर किसान जमे हुए हैं।
दरअसल, किसानों के आंदोलन के चलते दिल्ली पुलिस ने टिकरी बॉर्डर पर 7 लेयर की बेरिकेडिंग की हुई थी। गुरुवार दोपहर से ही दिल्ली पुलिस की तरफ से बैरिकेड्स हटाने शुरू कर दिए गए थे। शुक्रवार शाम तक 6 लेयर की बेरिकेडिंग हटा दी गई थी। किसानों का आरोप है कि रात में आखिरी बेरिकेडिंग हटाकर रास्ता खोलने का प्रयास किया गया है।
2 घंटे चली बैठक रही बेनतीजा
दरअसल, शुक्रवार शाम ही किसान संगठनों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बहादुरगढ़ में बैठक हुई थी। बैठक में हरियाणा सरकार की बनाई हाई पावर कमेटी के मेंबर झज्जर के डीसी श्याम लाल पूनिया और एसपी वसीम अकरम के साथ दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी किसानों से बातचीत में शामिल हुए। करीब 2 घंटे चली बैठक बेनतीजा रही।
किसान 5 फीट तक का रास्ता खोलने पर सहमत थे, लेकिन हरियाणा के प्रशासनिक अधिकारी हाईवे की दोनों लेन खोलने की बात रह थे। इस वजह से बैठक में रास्ता खोलने को लेकर कोई हल नहीं निकल पाया। शनिवार सुबह साढ़े 10 बजे फिर से किसानों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बैठक होने वाली थी, लेकिन आधी रात एक तरफ की सड़क खुलने के प्रयास से किसानों में गुस्सा भड़क गया।
अचानक मंच से एकजुट होने का ऐलान
टीकरी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन का मंच दिल्ली पुलिस की बैरिकेडिंग के बिल्कुल नजदीक है। यहां दिन भर मंच पर भाषण होता है, लेकिन शाम को सब लोग सड़क पर ही गाड़े गए तंबू में पहुंच जाते है। शुक्रवार शाम अचानक लाउडस्पीकर से किसानों को एकजुट होने का ऐलान किया गया। किसान मोर्चा का नेताओं ने मंच पर आकर कहा कि बगैर किसी बातचीत के रास्ता खोलने का प्रयास किया गया है।
किसान एकता मोर्चा का ट्वीट
किसान एकता मोर्चा के नाम से एक ट्वीट किया गया है। इसमें लिखा है कि टीकरी बॉर्डर पर आधी रात को पुलिस की ओर से रास्ते खुलवाने संबंधित बिना बातचीत के कार्रवाई करने का प्रयास किया किया गया, पर किसान एकजुट होकर तुरंत पहुंच गए। अभी हालात सामान्य है।