Haryana news: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लाडो लक्ष्मी योजना को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इस योजना को आगामी विधानसभा के बजट सत्र के बाद लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह योजना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अक्टूबर 2024 के विधानसभा चुनावों से पहले किए गए वादों में से एक थी। अब सरकार इसे लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार है और बजट में इसके लिए प्रावधान किया जाएगा।
महिलाओं को मिलेगा आर्थिक लाभ
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि लाडो लक्ष्मी योजना में प्रदेश की महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह योजना भाजपा के संकल्प पत्र का हिस्सा थी, जिसे अब हकीकत में बदला जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने इस योजना को लागू करने की पूरी तैयारी कर ली है और इसे विधानसभा के आगामी बजट सत्र में शामिल किया जाएगा।

सरकार ने पूरी की तैयारियां
सीएम सैनी ने बताया कि राज्य सरकार ने इस योजना को लागू करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इस योजना का लाभ हर जरूरतमंद महिला तक पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार अपने संकल्प पत्र में किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह योजना उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
योजना का उद्देश्य
लाडो लक्ष्मी योजना का उद्देश्य हरियाणा की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना से विशेष रूप से उन परिवारों की महिलाओं को लाभ मिलेगा जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने एक निश्चित राशि दी जाएगी, जिससे वे अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकेंगी।
कैसे मिलेगा लाभ?
इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये की राशि उनके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। यह योजना पूरी तरह से पारदर्शी होगी और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इसका लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंचे।
कौन होंगी पात्र महिलाएं?
सरकार ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि इस योजना के तहत किस वर्ग की महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, लेकिन माना जा रहा है कि आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा। सरकार जल्द ही पात्रता संबंधी सभी शर्तों को सार्वजनिक करेगी।
लाभार्थियों के लिए क्या होगा आवेदन का तरीका?
सीएम सैनी ने कहा कि योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। महिलाओं को इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए एक सरल और पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
कितना होगा सरकार पर वित्तीय बोझ?
इस योजना को लागू करने के लिए सरकार के बजट में एक विशेष प्रावधान किया जाएगा। हालांकि, योजना से सरकारी खजाने पर कितना बोझ पड़ेगा, इस पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन यह तय है कि सरकार इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए जरूरी धनराशि का इंतजाम करेगी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
लाडो लक्ष्मी योजना की घोषणा के बाद विपक्षी दलों ने इस पर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने इस योजना का स्वागत किया लेकिन सरकार से यह भी पूछा कि क्या यह योजना केवल चुनावी वादा भर थी या इसे गंभीरता से लागू किया जाएगा।
कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस योजना का वित्तीय प्रबंधन कैसे किया जाएगा। केवल घोषणाएं करने से महिलाओं की मदद नहीं होगी, सरकार को इसे जमीनी स्तर पर लागू करना होगा।”
महिलाओं के लिए कितना फायदेमंद होगी यह योजना?
अगर यह योजना सही ढंग से लागू होती है तो इससे हजारों जरूरतमंद महिलाओं को सीधा लाभ मिलेगा। आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए यह योजना एक वरदान साबित हो सकती है। यह न केवल उनके आर्थिक सशक्तिकरण में मदद करेगी बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाएगी।
सरकार की अन्य योजनाएं
हरियाणा सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पहले से ही कई योजनाएं चला रही है, जिनमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना, विधवा पेंशन योजना आदि शामिल हैं। लाडो लक्ष्मी योजना भी इसी दिशा में एक और बड़ा कदम है।
योजना के कार्यान्वयन पर सरकार की नजर
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि योजना लागू होने के बाद सरकार इसकी निगरानी करेगी ताकि इसका लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंचे। राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी महिला को इस योजना का लाभ प्राप्त करने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
लाडो लक्ष्मी योजना हरियाणा सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी। यदि इसे सही ढंग से लागू किया जाता है, तो यह प्रदेश की महिलाओं के जीवन में एक बड़ा बदलाव ला सकती है। सरकार के इस फैसले से लाखों महिलाओं को लाभ मिलेगा और वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकेंगी। अब सभी की नजरें आगामी बजट सत्र पर टिकी हैं, जहां इस योजना के लिए आवश्यक वित्तीय प्रावधान किया जाएगा।

















