AIIMS: रेवाड़ी के गांव माजरा में प्रस्तावित 22 वें एम्स निर्माण का मामला भाजपा नेताओें की आपसी खीचतान के चलते लटका हुआ है। लंबे समय से AIIMS का इंतजार कर रहे लोगों का सब्र का बांध अब टूटता जा रहा है। गुस्साए लोगों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जिम स्थापित कर व्यायाम के लिए किया प्रेरितएम्स बनाओ संघर्ष समिति की ओर से करीब एक माह से धरना प्रदर्शन कर रही है। सोमवार को धरना स्थल पर महिला महापंचायत की गई। महिलाओं ने कहा कि सरकार की नीयत में खोट है। आये दिन नए नए बहाने बनाकर कार्य को रोका हुआ है।
विधायक ने कसा तंज: रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर मौजूदा सरकार पर निशाना साधा है। विधायक ने कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह और बीजेपी नेताओं की खिंचतान में इलाके का नुकसान हो रहा है। चुनावी फायदे के लिए एम्स के निर्माण को लटकाया हुआ है।
प्रधानमंत्री ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एम्स की घोषणा की, लेकिन आजतक एम्स की आधारशिला रखी जाना ये सरकार की नियत को दर्शाता है।
हाल में टेंडर करके रद्द करना भी देरी करना का एक हिस्सा है। चिरंजीव राव ने कहा कि 9 साल पहले पहली बार मुख्यमंत्री ने एम्स की घोषणा की थी। एम्स नहीं बना तो इलाके के लोगों ने आंदोलन करना पडा।Haryana: महाराजा अग्रसेन ने ही यज्ञ के द्वारा किया पशु बलि को बंद :बंडारू दतात्रेय
लोगों का कहना है कि माजरा एम्स के बाद देश के जिन एम्स की घोषणा हुई थी। उनका निर्माण शुरू हो चुका है, लेकिन रेवाड़ी का एम्स लटकता हुआ है, लोगों की मुख्य मांग है कि एम्स की जल्द आधारशिला रखी जाए और एम्स की क्लास अस्थाई भवन में शुरू की जाए।
एम्स बनाओ संघर्ष समिति के प्रवक्ता और महिलाओं ने कहा कि एम्स उनका हक है, जिसे वो लेकर रहेंगे। पहले भी एम्स के लिए उन्होने लंबा आंदोलन किया था और अब फिर दोबारा आंदोलन करने के लिए तैयार है। समिति ने चेतावनी दी है अगर जल्द से जल्द शिलान्यास नही हुआ तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।Haryana: महाराजा अग्रसेन ने ही यज्ञ के द्वारा किया पशु बलि को बंद :बंडारू दतात्रेय
विधायक चिरंजीव राव ने कहा बजट में एम्स के लिए सरकार ने कोई पैसा ही पारित नहीं किया है तो फिर टेंडर कैसे लगेंगे। टेंडर वाली बात भाजपा सरकार झूठ बोल रही है तभी कभी तो कंपनी का बहाना लगाया जा रहा है तो कभी कोई और बहना, जबकि असलियत चुनाव आते देख भाजपा सरकार द्वारा जनता को एक बार फिर ब्रगलाने की कोशिश की जा रही है।
टेंडर के लिए पहले सरकार ने 3 नवंबर तक का समय अपनी साइट पर डाला था लेकिन 3 नवंबर तक का इंतजार न करके पहले ही कंपनी के बहाने से टेंडर को रद्द कर दिया। इससे सरकार की मनसा पर सवाल उठता है क्योंकि मौजूदा भाजपा सरकार एम्स को केवल राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहती है और पिछले चुनाव की तरह इस बार के चुनाव में भी एम्स के नाम पर लोगों को गुमराह कर वोट हथियाना चाहती है।
लेकिन काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। सबसे बड़ी बात है जब बजट में एम्स के लिए पैसा ही नहीं दिया तो सरकार एम्स कहां से बनवाएगी। विधायक चिरंजीव राव ने कहा जनता अब जान चुकी है कि कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में जिस तरह से इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय और सैनिक स्कूल बना था इस तरह से यहां पर एम्स भी कांग्रेस पार्टी ही बनवाएगी।















