रेवाड़ी: एक तरफ जहां चीन में फैले रहस्यमयी निमोनिया को लेकर पहले से ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर चल रहा है तो दूसरी तरफ अब कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 ने चिंता और बढ़ा दी है। कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए गाइडलाइन में बुजुर्गों को भी विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। चंंडीगढ व गाजियावाद में केस मिलने से हरियाणा व एनसीआर मे अफरा तफरी मच गई है।खुशखबरी: रेवाड़ी में 13.96 करोड़ लागत से बनेगा इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन, टेंडर की प्रक्रिया शुरू
सरकार जारी की गाइडलाईन
जिले में एनटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा है। कर्मचारी भी पूरे हैं। ऐसे में टेस्टिंग को लेकर किसी प्रकार की परेशानी फिलहाल अभी तो नहीं है।
हाल ही में सरकार की तरफ से गाइडलाइन जारी की गई है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग को अपनी तैयारियां पूर्ण करने के लिए कहा गया है। जिले में अभी तक किसी प्रकार का कोई मामला तो नहीं आया है, लेकिन टेस्टिंग फिर से बढ़ा दी गई है।

इन बीमारियों ने बढ़ाई चिंता
कोरोना के नए वेरिएंट ने स्वास्थ्य विभाग के लिए भी काफी मुश्किलें खड़ी कर दी है। कारण यह है कि यह बीमारियां काफी गंभीर हैं। बीमारियों से निपटना किसी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि पहले से स्वास्थ्य विभाग निमोनिया को लेकर सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के हिसाब से अपना कार्य कर रहा है।
संदिगध का टैंस्ट जरूर करवाएं
कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से टेस्टिंग बढ़ाने पर भी जोर देने के लिए कहा गया है। साथ ही किसी भी ओपीडी में अगर इन्फ्लूएंजा के संदिग्ध कोई केस आते हैं तो उनको विशेष तौर पर देखा जाएगा। संदिग्ध लक्षणों वाले मरीज का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा।खुशखबरी: रेवाड़ी में 13.96 करोड़ लागत से बनेगा इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन, टेंडर की प्रक्रिया शुरू
ऑक्सीजन की कमी नहीं
पिछले बार कोरोना काल मे आक्सीजन की किल्लत से काफी मरीजो ने दम तोडा था। इस बार इसकी कोईकमी नहीं है। आक्सीजन प्लांट 2 नागरिक अस्पताल में और एक-एक बावल और कोसली में हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी यह चालू हालत में तो नहीं है, लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे चालू किया जाएगा। बाकी ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति पूर्ण रूप से ठीक है।
















